पटना : आगामी बिहार विधान सभा चुनाव में एनडीए-जदयू गंठबंधन के खिलाफ तीसरा मोरचा लड़ाई में शामिल होगा. दोनों गंठबंधन में शामिल नहीं होने वाले दल तीसरा मोरचा बना कर चुनाव में अपनी पहचान बनायेंगे. तीसरा मोरचा बनाने के लिए छोटे-छोटे दलों के नेताओं से संपर्क कर अंतिम रूप देने की तैयारी हो रही है. फिलहाल तीसरा मोरचा में समरस समाज पार्टी, राष्ट्रीय जनहित दल, गरीब जनता दल सेकुलर व अवामी इंसाफ पार्टी ने एकजुटता पर अपनी मुहर लगा दी है.
सभी चारों पार्टी के प्रमुख नागमणि, कैप्टन जय नारायण निषाद, साधु यादव व हाजी नूर मदनी ने सोमवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राज्य की जनता एनडीए व जदयू गंठबंधन से ऊब चुकी है. इसके खिलाफ तीसरा मोरचा का गठन होगा जो चुनाव में अपनी ताकत का अहसास करायेगा. उन्होंने कहा कि तीसरा मोरचा को मजबूत बनाने के लिए सांसद पप्पू यादव, पूर्व सांसद आनंद मोहन, बसपा सहित अन्य छोटे-छोटे दलों से बातचीत चल रही है. तीसरा मोरचा में पहले पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को शामिल करने का निर्णय लिया गया था. लेकिन बार-बार उनके बयान बदलने से उन पर कोई विचार नहीं होगा.
पूर्व सांसद कैप्टन जयनारायण निषाद ने कहा कि लालू के खिलाफ जनता ने नीतीश कुमार को मौका दिया. अब फिर से लालू के साथ हो कर नीतीश कुमार राज्य को दुर्दशा के राह पर ले जा रहे हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के बयान का कोई भरोसा नहीं है. ऐसे भी उनके पास कोई वोट नहीं है. पूर्व सांसद साधु यादव ने कहा कि सांसद पप्पू यादव के लिए दुर्भाग्य होगा कि वे भाजपा में जाने के लिए प्रयासरत हैं. उन्होंने कहा कि जदयू, राजद व भाजपा में अपराधियों की भरमार है. उन्होंने कहा कि तीसरा मोरचा का गठन कर इसकी घोषणा शीघ्र होगी.