तीन हजार रुपये किलो बिक रहा अजूबा खजूर
बाजार में नायाब किस्मोंवाले खजूर की बढ़ी डिमांडफोटो नं-2 (पुराना)गोपालगंज. रमजान के आखिरी पांच दिनों में बाजार में चहल-पहल बढ़ गयी है. बाजार देर रात तक गुलजार दिख रहा है. सहरी व इफ्तार के लिए तो खरीदारी हो ही रही है, ईद को लेकर भी कपड़ों, सौंदर्य प्रसाधनों और जूता -चप्पलों की दुकानों पर भीड़ […]
बाजार में नायाब किस्मोंवाले खजूर की बढ़ी डिमांडफोटो नं-2 (पुराना)गोपालगंज. रमजान के आखिरी पांच दिनों में बाजार में चहल-पहल बढ़ गयी है. बाजार देर रात तक गुलजार दिख रहा है. सहरी व इफ्तार के लिए तो खरीदारी हो ही रही है, ईद को लेकर भी कपड़ों, सौंदर्य प्रसाधनों और जूता -चप्पलों की दुकानों पर भीड़ जुट रही है. रमजान की चर्चा होते ही जेहन में खजूर आ जाता है. नायाब किस्मों वाले खजूर की मांग बढ़ गयी है. एक नहीं, खजूर की छह किस्में बाजार में हैं. सबसे अधिक मांग कीमिया और ईरानी खजूर की है. दाम 80 रुपये से 120 रुपये प्रति किलो तक है. मौनियां चौक, जंगलिया चौक तक इन दिनों शबानी, खुबानी शुमरी क्रश तईवा, मगरूम, सगई, अजूबा और हयात आदि की लोग मांग कर रहे हैं. हयात खजूर ढाई सौ रुपये किलो के आसपास, तो अजूबा की कीमत तीन हजार रुपये किलो है. बिना बीज का खजूर भी रोजेदारोंकी पसंद बन रहा है.