नयी शिक्षा नीति पर दो दिवसीय कार्यशाला कल से
— पटना व गया में होगी कार्यशाला– स्कूली बच्चे भी देंगे सुझावसंवाददाता,पटनाबिहार में नयी शिक्षा नीति पर एससीइआरटी की ओर से दो दिवसीय कार्यशाला 13 जुलाई से होगी. 2005 की राष्ट्रीय शिक्षा नीति व 2008 की बिहार शिक्षा नीति के बाद अब नयी शिक्षा नीति पर विचार-विमर्श होगा. केंद्र सरकार व शिक्षा विभाग के प्रतिनिधि […]
— पटना व गया में होगी कार्यशाला– स्कूली बच्चे भी देंगे सुझावसंवाददाता,पटनाबिहार में नयी शिक्षा नीति पर एससीइआरटी की ओर से दो दिवसीय कार्यशाला 13 जुलाई से होगी. 2005 की राष्ट्रीय शिक्षा नीति व 2008 की बिहार शिक्षा नीति के बाद अब नयी शिक्षा नीति पर विचार-विमर्श होगा. केंद्र सरकार व शिक्षा विभाग के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे. कार्यशाला पटना व गया में होगी.13 जुलाई की कार्यशाला एससीइआरटी के कार्यालय में और 14 को मगध यूनिवर्सिटी में होगी. कार्यशाला में डीइओ शशि भूषण राय, राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान कार्यक्र म पदाधिकारी डॉ अशोक कु मार, सर्व शिक्षा अभियान के कार्यक्रम पदाधिकारी राम सागर सिंह समेत जिले के पांच स्कूलों के बच्चों व प्राचार्यों को बुलाया गया है. साथ ही पुरस्कार प्राप्त शिक्षक व शिक्षिकाओं को बुलाया गया है. खासकर रवींद्र बालिका हाइस्कूल, सर जीडी पाटलिपुत्र हाइ स्कूल, द्वारिका उच्च माध्यमिक विद्यालय मंदिरी ,राजकीय बालक उच्च विद्यालय हाइस्कूल शास्त्री नगर व राजकीय कन्या उच्च विद्यालय के बच्चों को बुलाया गया है. इनसे नयी शिक्षा नीति पर सुझाव मांगे गये हैं. जिला कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति, जो 2005 में बनी थी. उसी आलोक में 2008 में बिहार शिक्षा नीति बनी थी. इसी आधार पर पाठ्यक्रमों को बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं. ऐसे में समय को देखते हुए इसमें कई बदलाव की जरूरत है. इसे देखते हुए नयी शिक्षा नीति पर विचार विमर्श किये जा रहे हैं. इनमें से वर्तमान समय को देखते हुए बच्चों को जेंडर की पढ़ाई आदि को भी सिलेबस में शामिल करने की बात चल रही है.