नीतीश कर रहे है सरकारी मशीनरी दुरुपयोग: मोदी
पटना: पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने मंगलवार को कहा है कि राज्य सरकार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर रही है. उन्होंने कहा कि सरकार का सूचना एवं जन संपर्क विभाग जदयू का प्रचार प्रकोष्ठ बन गया है. नीतीश सरकार पर आरोप लगाते हुए मोदी […]
पटना: पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने मंगलवार को कहा है कि राज्य सरकार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर रही है. उन्होंने कहा कि सरकार का सूचना एवं जन संपर्क विभाग जदयू का प्रचार प्रकोष्ठ बन गया है. नीतीश सरकार पर आरोप लगाते हुए मोदी ने कहा कि चुनाव प्रचार में सरकारी तंत्र को लगा दिया गया है और भीड़ जुटाने का काम प्रशासन को दिया गया है. उन्होंने मांग करते हुए कहा कि प्रचार पर हो रहे खर्च को सार्वजनिक किया जाना चाहिए.
सुशील मोदी एक, पोलो रोड स्थित आवास में जनता दरबार कार्यक्रम के समापन के बाद पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि 2011-12 से 2013-14 तक अखबारों को विज्ञापन के लिए योजना मद में छह से सात करोड़ रुपये का बजट होता था. इसे 2014-15 में बढ़ाकर 18 करोड़ रुपये किया गया. चुनावी साल में इसे बढ़ाकर 90 करोड़ रुपये कर दिया गया है. जिसमें बढ़ चला बिहार कार्यक्रम के लिए 90 करोड़ रुपये का बजट है. उन्होंने कहा कि गांव के बारे में जानकारी के लिए बढ़ चला बिहार कार्यक्रम के प्रचार में चार सौ वीडीओ रथ चलेगा. मॉनसून ब्रेक कर चुका है. ऐसे में कहां प्रचार होगा? प्रचार करना ही था तो इसे जनवरी, फरवरी में करना चाहिए था. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रचार में सरकारी तंत्र को लगा दिया गया है. भीड़ जुटाने का काम प्रशासन को दिया गया है. यह सब बरसात के दौरान होगा. फिर गांवों की समस्या की जानकारी के लिए सौ करो रुपये खर्च करने की आवश्यकता क्या है?
उन्होंने कहा कि सरकार से हम मांग करते हैं कि प्रचार पर हो रहे खर्च को सार्वजनिक किया जाये. सरकारी प्रचार-प्रसार के लिए चयनित कंपनियों के चयन की प्रक्रिया और इससे संबंधित संविदा से संबंधित एक-एक चीज का खुलासा होना चाहिए. उन्होंने कहा कि जदयू के प्रचार अभियान के खर्च की भी जांच होना चाहिए. आखिर इस गरीब पार्टी के पास रातों रात इतना पैसा कहां से आ गया? वहीं, लालू प्रसाद के राजभवन मार्च पर मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद राजभवन मार्च के नाम पर वाहन से चले. वाहन पर सपरिवार बैठ गये. उस पर जगदा बाबू और रघुवंश बाबम को तो बैठा लेते. उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद की उम्र अधिक हो गयी है. अब उनमें मंडल और कमंडल की लड़ाई का क्षमता नहीं रह गया. मंडल और कमंडल तो हमारे साथ हैं. उन्होंने नीतीश कुमार को मुखौटा बताते हुए कहा कि असली ताकत तो लालू प्रसाद हैं. यह चेहरा छिपने वाला नहीं है.