अमित शाह ने बिहार में फूंका चुनावी बिगुल, ”जंगल राज” की वापसी की चेतावनी दी
पटना:भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह गुरुवार की सुबह गांधी मैदान में एनडीए के प्रचार अभियान की शुरुआत की. भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने यहां से चुनावी बिगुल की शुरूआत करते हुए उन्होंने कहा, लालू के शासन में बिहार को बदनाम होना पड़ा. नीतीश और लालू अगर वापस आये तो फिर से बिहार में जंगल […]
पटना:भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह गुरुवार की सुबह गांधी मैदान में एनडीए के प्रचार अभियान की शुरुआत की. भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने यहां से चुनावी बिगुल की शुरूआत करते हुए उन्होंने कहा, लालू के शासन में बिहार को बदनाम होना पड़ा. नीतीश और लालू अगर वापस आये तो फिर से बिहार में जंगल राज आयेगा. मोदी सरकार ने बिहार को ध्यान में रखकर कई फैसला लिया है. नरेंद मोदी जब बिहार आयेंगे तो आपको बतायेंगे उन्होंने बिहार के लिए क्या किया.
जातिगत राजनीति से कुछ नहीं होगा लोग आपको इसे लेकर बरगलायेंगे. लेकिन हर चीज का एक ही ईलाज है विकास. आपने केंद्र में मोदी की सरकार बना कर दी है. अब राज्य में भी आप यह करकर दिखा दीजिए. यहां से जिस रथ की शुरूआत होगी वह नरेंद्र मोदी का दूत बनकर जाने वाला है. इस परिवर्तन रथ की जरूरत इसलिए है क्योंकि यह परिवर्तन की शुरूआत लायेगा. गांव- गांव तक बिजली पहुंचेगी. इलाज की सुविधा होगी. हम इस तरह के परिवर्तन की बात कर रहे हैं.
परिवर्तन रथ में कई सुविधाएं मौजूद है जिसमें एलईडी लगा है जीपीएस लगा है और भी कई अत्याधुनिक सुविधाएं मौजूद है. इस मौके पर जीतन राम मांझी भी मौजूद थे. इस परिवर्तन रथ के माध्यम से जनता के नब्ज को पकड़ने की कोशिश की जायेगी.मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जयप्रकाश नारायण और कर्पुरी ठाकुर जैसे समाजवादी नेताओं के सपनों को ‘तोडने’ का आरोप लगाते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आसन्न बिहार विधानसभा चुनाव के लिए आज यहां बिगुल फूंका.
राज्य के विभिन्न हिस्सों के लिए ‘परिवर्तन रथ’ को हरी झंडी दिखाने से पहले ऐतिहासिक गांधी मैदान में राजग की रैली में शाह ने कहा, ‘‘नीतीश कुमार ने सत्ता के लिए कांग्रेस से हाथ मिलाकर अपने मार्गदर्शक जयप्रकाश नारायण और कपरूरी ठाकुर जैसे समाजवादी नेताओं के सपनों को तोडा है.’’
नीतीश कुमार पर चुटकी लेते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘ आपने जार्ज फर्नाडिस और जीतन राम मांझी के साथ क्या किया ? कुमार पर 2010 के चुनाव में राजग को लोगों द्वारा दिये गए जनादेश पर खंजर चलाने का आरोप लगाते हुए शाह ने सत्ता के लिए चिर प्रतिद्वन्द्वी लालू प्रसाद से हाथ मिलाने पर भी उन पर कटाक्ष किया.
राजग की रैली में मंच पर विभिन्न दलों के शीर्ष नेताओं ने एकजुटता का प्रदर्शन किया. मंच पर अमित शाह के साथ लोजपा अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान, पूर्व मुख्यमंत्री और हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा के नेता जीतन राम मांझी, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के नेता और केंद्रीय राज्य मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा, केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार और राष्ट्रीय एवं प्रदेश भाजपा के कई नेता मौजूद थे.
शाह ने 160 रथों को हरी झंडी दिखायी जिसे उन्होंने दूत (प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का प्रतिनिधि) बताया. ये रथ बिहार के विभिन्न हिस्सों में जायेंगे और केंद्र में राजग सरकार के दौरान हुए विकास के संदेश को फैलायेंगे, साथ ही नीतीश कुमार और लालू प्रसाद के गठजोड का फर्दाफाश करेंगे जिसे भाजपा ने अपवित्र करार दिया है.नीतीश कुमार, लालू प्रसाद और कांग्रेस के धर्मनिरपेक्ष गठबंधन की धुंधली तस्वीर पेश करते हुए शाह ने पिछले एक वर्ष में मोदी सरकार के कामकाज को रेखांकित किया और कहा कि बिहार में भविष्य की राजग सरकार इसे दोहरायेगी.