गन्ना किसानों के लिए घडि़याली आंसू बहा रही नीतीश सरकार : मंगल पांडेय

बिहार में एक भी चीनी मिल न चालू करा पाना नीतीश सरकार के निकम्मेपन का प्रमाण केंद्र की पहल पर मोतीपुर क्षेत्रीय गन्ना अनुसंधान केंद्र के पुनरुद्धार का शुरू हुआ काम संवाददाता, पटना भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय ने शनिवार को नीतीश सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि नीतीश सरकार गन्ना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 18, 2015 6:05 PM

बिहार में एक भी चीनी मिल न चालू करा पाना नीतीश सरकार के निकम्मेपन का प्रमाण केंद्र की पहल पर मोतीपुर क्षेत्रीय गन्ना अनुसंधान केंद्र के पुनरुद्धार का शुरू हुआ काम संवाददाता, पटना भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय ने शनिवार को नीतीश सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि नीतीश सरकार गन्ना किसानों के लिए घडि़याली आंसू बहा रही है. पिछले ढ़ाई वर्षों में बिहार में एक भी चीनी मिल को न चालू करा पाना नीतीश सरकार के निकम्मेपन का प्रमाण है. सच तो यह है कि विधानसभा चुनाव को सिर पर देख बिहार सरकार के मंत्री जनता को गुमराह करने में लगे हैं. भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि बंद चीनी मिलों को चालू कराने, गन्ना किसानों के बकाया राशि का भुगतान कराने और चीनी मिलों के तौल केंद्रों पर गन्ना किसानों का शोषण रोकने में सरकार पूरी तरह फेल रही है. भाजपा जब सरकार में थी, तब सूबे की बंद पड़ी पांच-छह चीनी मिलों को चालू किया गया था. सरकार से भाजपा के हटते ही, एक भी चीनी मिल सरकार चालू नहीं करा पायी. मोतीपुर में 50 एकड़ जमीन पर बना क्षेत्रीय गन्ना अनुसंधान केंद्र भी बदहाली झेल रहा था. केंद्र में जब नमो की सरकार बनी, तब कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने इसके पुनरोद्धार के लिए पहल की. डॉ एडी पाठक वहां के नोडल पदाधिकारी बनाये गये. गन्ना वैज्ञानिक डॉ अरुण बैठा को भी लगाया गया है. शीघ्र ही तीन अन्य वैज्ञानिकों की अनुसंधान केंद्र में पदस्थापना होगी.

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