21 को बिहार में किसान-मजदूर लगायेंगे कर्फ्यू

21 को फांवरा, कुदाल, हल और खुरपी ले कर सड़कों पर उतरेंगे वाम समर्थक किसान रेल-बस-ऑटो और रिक्शा भी रोकेंगे 21 को वाम समर्थक किसानसंवाददाता, पटना वाम दलों के 21 जुलाई के बिहार बंद के समर्थन में किसान-मजदूर उस दिन सभी जिलों में किसान-कर्फ्यू लगायेंगे. बंद के दिन हर जिले के किसान फांवरा, कुदाल, हल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 18, 2015 6:05 PM

21 को फांवरा, कुदाल, हल और खुरपी ले कर सड़कों पर उतरेंगे वाम समर्थक किसान रेल-बस-ऑटो और रिक्शा भी रोकेंगे 21 को वाम समर्थक किसानसंवाददाता, पटना वाम दलों के 21 जुलाई के बिहार बंद के समर्थन में किसान-मजदूर उस दिन सभी जिलों में किसान-कर्फ्यू लगायेंगे. बंद के दिन हर जिले के किसान फांवरा, कुदाल, हल और खुरपी ले कर सड़कों पर उतरेंगे और भूमि अधिग्रहण अध्यादेश की वापसी की मांग करेंगे. उक्त घोषणा शनिवार को माकपा कार्यालय में आयोजित वाम दल समर्थक किसान संगठनों के नेता ओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में की. बिहार राज्य खेत मजदूर सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद ने कहा कि बिहार में किसानों के अधिकारों पर लगातार हमले हो रहे हैं. किसान सब्सिडी में लूट मची है. नरेगा समाप्त हो गया है. गांव के गरीबों और किसानों को सस्ता अनाज नहीं मिल रहा. वृद्धावस्था पेंशन योजना को भी लकवा मार गया है. 60 वर्ष से अधिक उम्रवाले वृद्धों को कम-से-कम तीन हजार रुपया मासिक पेंशन देने की मांग को लेकर वाम दल बिहार बंद करायेंगे. किसान नेताओं ने कहा कि नीतीश सरकार भी किसानों की दुर्दशा के लिए कम दोषी नहीं है. बंद्योपाध्याय कमीशन की रिपोर्ट को इस सरकार ने रद्दी की टोकरी में डाल दिया. हाल यह हो गया है कि बिहार के हताश किसान आत्म हत्या करने को विवश हो गये हैं. बिहार में बटाईदार किसान तो बढ़े, किंतु मुआवजे की सारी मलाई जमीन मालिक ही चट कर जा रहे हैं. किसान नेताओं ने कहा कि 21 को वे रेल-बस भी जाम करेंगे. संवाददाता सम्मेलन में देवेंद्र चौरसिया, भोला प्रसाद दिवाकर, राजेंद्र पटेल, ललन चौधरी, राम जीवन प्रसाद सिंह, राम नरेश पांडेय, डॉ रामका अकेला और जानकी पासवान आदि भी उपस्थित थे.

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