यहां मरीज नहीं पशु रहते हैं
उपस्वास्थ्य केंद्र बना बथान बांधी जाती हैं गाय, भैंस व बकरियां हाल भोजछापर स्वास्थ्य उपकेंद्र का विगत दो वर्ष न डॉक्टर आये न एएनएम फोटो नं-23संवाददाता, सासामुसाकहने को यहां उप स्वास्थ्य केंद्र हैं लेकिन यहां मरीज नहीं आते, यहां पशु रहते हैं. जी हां बता रहे हैं हम कुचायकोट प्रखंड स्थित भोज छापर स्वास्थ्य उपकेंद्र […]
उपस्वास्थ्य केंद्र बना बथान बांधी जाती हैं गाय, भैंस व बकरियां हाल भोजछापर स्वास्थ्य उपकेंद्र का विगत दो वर्ष न डॉक्टर आये न एएनएम फोटो नं-23संवाददाता, सासामुसाकहने को यहां उप स्वास्थ्य केंद्र हैं लेकिन यहां मरीज नहीं आते, यहां पशु रहते हैं. जी हां बता रहे हैं हम कुचायकोट प्रखंड स्थित भोज छापर स्वास्थ्य उपकेंद्र का जो विगत दो वर्षों से बथान बना हुआ है. और आस-पास के लोग इसमें गाय, भैंस और बकरी बांधते हैं. एक दशक पूर्व जब उपस्वास्थ्य केंद्र का निर्माण हुआ, तब लोगों में चिकित्सा सुविधा की नयी उम्मीद जगी. कुछ दिनों तक यहां डॉक्टर और एएनएम तो आयी लेकिन बितते समय के साथ इसमें ताला लटक गया. विगत दो वर्षों से चिकित्सा व्यवस्था कौन कहे इसे देखने के लिए भी स्वास्थ्य विभाग का कोई नहीं आया. पहले यहां टीकाकरण का कार्य होता था, जो बाद में बंद हो गया. इस व्यवस्था से लोगों में आक्रोश है. फिलवक्त आस-पास के लोग इसमें मवेशी बांधते हैं. इस संबंध में चिकित्सा प्रभारी डॉ ओपी लाल ने कहा कि ऐसी जानकारी नहीं है. जानकारी लेकर व्यवस्था की जायेगी.