डॉक्टर के घर में भीषण डकैती, नौकरानी को बनाया बंधक, गहना समेत 20 लाख का माल उड़ाया
पटना: राजधानी स्थित एसपी वर्मा रोड की रुबन गली में मौजूद डॉक्टर एस जावेद अशरफ के मकान तसनीमा विला में शनिवार की रात करीब दो बजे डकैतों ने धावा बोला और भीषण डकैती को अंजाम दिया. डकैत मेन गेट को फांद कर अंदर गये और बाहर बरामदे में सो रही नौकरानी रुबीना परवीन और उसकी […]
पटना: राजधानी स्थित एसपी वर्मा रोड की रुबन गली में मौजूद डॉक्टर एस जावेद अशरफ के मकान तसनीमा विला में शनिवार की रात करीब दो बजे डकैतों ने धावा बोला और भीषण डकैती को अंजाम दिया. डकैत मेन गेट को फांद कर अंदर गये और बाहर बरामदे में सो रही नौकरानी रुबीना परवीन और उसकी दो बच्चियों को चाकू की नोक पर एक घंटे तक बंधक बनाये रखा. इसके साथ ही नौकरानी से मकान की चाभी छीन कर चार डकै त घर के अंदर घुस गये. जहां डकैतों ने नकदी व ज्वेलरी समेत करीब 20 लाख का माल उड़ा दिया.
बिहार शरीफ के रहने वाले डॉक्टर एस जावेद अशरफ का रुबन हॉस्पिटल गली में मकान है. वह पारस हॉस्पिटल में न्यूरो फिजिशियन हैं. शुक्रवार को ईद के पर्व पर वह अपनी पत्नी के साथ अपने गांव बिहार शरीफ चले गये थे. उनका गाड़ी चालक फिरोज आलम शुक्रवार की शाम को ही डॉक्टर को गांव छोड़ कर वापस पटना आ गया था. जानकारी के मुताबिक फिरोज आलम की पत्नी रुबीना परवीन डॉक्टर के घर खाना बनाने का काम करती है. शनिवार की रात मकान में रुबीना और उसकी दो बच्चियां रौशन परवीन(7) और चांदनी परवीन (5) सो रही थी. इसी दौरान डकैतों ने घर पर धावा बोला और अंदर घुस गये. डकैतों ने उसके गरदन पर चाकू रख दिया और उसकी कमर से मकान की चाभी छीन ली. इसके बाद चाभी लेकर चार लोग दूसरे दरवाजे से मकान में घुस गये और दो लोग नौकरानी और उसकी बेटियों को चाकू के दम पर काबू में रखा.
करीब एक घंटे तक डकैत अंदर रहे. डकैत लॉकर में रखे सोने के गहने, एक कीमती घड़ी और नकदी को एक पोटली में बांध लिये और वहां से निकल गये. डॉक्टर द्वारा पुलिस को दी गयी जानकारी के मुताबिक करीब 20 लाख का माल गायब किया गया है. घटना होने के बाद नौकरानी ने अपने मोबाइल फोन से डॉक्टर को फोन किया. इस पर सुबह वह अपनी पत्नी के साथ पटना अपने आवास पहुंचे. डॉक्टर की सूचना पर गांधी मैदान पुलिस ने नौकरानी रुबीना और उसके पति से पूछताछ किया. उसकी मोबाइल फोन को भी जब्त किया है. एएसपी ने बताया कि पुलिस के पास जो अपराधियों का डॉटा बेस है. उसे दिखा कर पहचान करायी जायेगी. बाकी जो फुटेज से पहचान हुई है उसके आधार पर छानबीन किया जायेगा.