जातिवाद के दलदल में लोगों को फिर से फंसाना चाहते हैं लालू: मोदी
पटना: सूबे के पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने जातीय जनगणना रिपोर्ट जारी करने की राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की मांग पर निशाना साधा है. सुशील मोदी ने रविवार को कहा है कि लालू प्रसाद जातीय जनगणना के नाम पर लोगों को एक बार फिर से जातिवाद के दलदल में फंसाना […]
पटना: सूबे के पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने जातीय जनगणना रिपोर्ट जारी करने की राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की मांग पर निशाना साधा है. सुशील मोदी ने रविवार को कहा है कि लालू प्रसाद जातीय जनगणना के नाम पर लोगों को एक बार फिर से जातिवाद के दलदल में फंसाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि बिहारी नौजवान तो हाइ स्पीड बाइक पर सवार होकर रोजगार की नयी मंजिलें पाना चाहते हैं लेकिन लालू प्रसाद उसे लालटेन की रोशनी में टमटम की सवारी कराना चाहते हैं.
राजद सुप्रीमो पर हमला करते हुए सुशील मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद ने जिस सूचना क्रांति को आइटी-वाइटी कहकर मजाक उड़ाया था, उसी आइटी से करोड़ों युवाओं को काम मिला है. अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बतायें कि 1990 की जातिवादी मानसिकता में फंसे लालू प्रसाद की तेल पिलाई लाठी के सहारे वे 2025 का विजन डाक्युमेंट कैसे लागू कर सकते हैं? मोदी ने कहा है कि 2011 में जनगणना शुरू हुई थी. इसे साल भर में पूरा होना था, लेकिन राज्यों से प्राथमिक आंकड़े मिलने में ही चार साल लग गये.
मोदी ने कहा कि मंडल आयोग ने 3500 जातियों-उपजातियों की पहचान की थी, जबकि हाल की जनगणना में लोगों ने 46 लाख से ज्यादा जाति,उपजाति, गोत्र आदि दर्ज करा दिये. उन्होंने कहा कि इन आंकड़ों की जांच और जातियों की सही पहचान के लिए राज्यों के पास भेजा गया है. उन्होंने कहा, क्या लालू प्रसाद बिहार के फाइनल आंकड़े मिले बिना ही जनगणना रिपोर्ट जारी कराना चाहते हैं. मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार ने एलान कर दिया है कि पूरे संशोधित आंकड़े मिलने पर जातीय जनगणना की रिपोर्ट जारी कर दी जायेगी.