विज्ञान के उपर है समाज में व्याप्त अंधविश्वास

पटना. आज विज्ञान हर क्षेत्र में अपनी जगह बना चुका हैं. विज्ञान के आने से कई भ्रांतियां भी खत्म हुई हैं. लेकिन, समाज में व्याप्त अंधविश्वास को अभी भी खत्म नहीं किया जा सका हैं. अंधविश्वास के खिलाफ वैज्ञानिक सोच के आधार पर वैचारिक संघर्ष करने की जरूरत है. ये बातें प्रगतिशील जन पहल की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 19, 2015 10:05 PM

पटना. आज विज्ञान हर क्षेत्र में अपनी जगह बना चुका हैं. विज्ञान के आने से कई भ्रांतियां भी खत्म हुई हैं. लेकिन, समाज में व्याप्त अंधविश्वास को अभी भी खत्म नहीं किया जा सका हैं. अंधविश्वास के खिलाफ वैज्ञानिक सोच के आधार पर वैचारिक संघर्ष करने की जरूरत है. ये बातें प्रगतिशील जन पहल की ओर से आयोजित एक परिचर्चा से निकल कर आयी. गांधी संग्रहालय में आयोजित इस परिचर्चा का विषय अंधविश्वास व वैज्ञानिक सोच रखा गया गया. परिचर्चा के दौरान प्रगतिशील जनपहल के नंद किशोर सिंह ने बताया कि अंधविश्वास को बढ़ावा देने से धर्म व ईश्वर के प्रति आस्था खत्म हो जायेगी. हमें वैज्ञानिक दृष्टिकोण को बढ़ावा देना चाहिए. मौके पर चंद्रशेखर ओझा ने बताया कि अंधविश्वास के खिलाफ तेज संघर्ष की आवश्यकता हैं. नरेंद्र दाभोलकर व गोविंद पनसारे की स्मृति को समर्पित इस परिचर्चा का संचालन प्रो देवेंद्र प्रसाद ने किया. अवसर पर भारत जनपहल मंच के बलदेव झा, जनमुक्ति संघर्ष वाहिनी के प्रियदर्शी, कम्यूनिस्ट सेंटर फॉर साइंटिफिक सोशलिज्म के नरेंद्र कुमार, भाकपा के राजाराम, लोक संघर्ष मोरचा के देव कुमार आदि मौजूद थे.

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