गांव से अधिक शहरों में बढ़ रहा स्तन कैंसर : डॉ विश्वास
– आइजीआइएमएस में ब्रेस्ट इमेजिंग पर संगोष्ठी संवाददाता, पटनाआधुनिकता के दौर में अब गांव से अधिक शहर की महिलाओं में स्तन कैंसर बढ़ा है. शहरी महिलाएं खुद को सुंदर बनाये रखने के लिए बच्चों को ठीक से स्तनपान तक नहीं कराती हैं. इस कारण महिलाओं में यह बीमारी बढ़ रही है. ये बातें रविवार को […]
– आइजीआइएमएस में ब्रेस्ट इमेजिंग पर संगोष्ठी संवाददाता, पटनाआधुनिकता के दौर में अब गांव से अधिक शहर की महिलाओं में स्तन कैंसर बढ़ा है. शहरी महिलाएं खुद को सुंदर बनाये रखने के लिए बच्चों को ठीक से स्तनपान तक नहीं कराती हैं. इस कारण महिलाओं में यह बीमारी बढ़ रही है. ये बातें रविवार को आइजीआइएमएस में आयोजित संगोष्ठी ‘ब्रेस्ट इमेजिंग’ का उद्घाटन करते हुए संस्थान के निदेशक डॉ एनआर विश्वास ने कहीं. आयोजन संस्थान के रेडियोलॉजी विभाग एवं इस्ट व नॉर्थ जोन की शाखा ब्रेस्ट इमेजिंग सोसाइटी ऑफ इंडिया ने किया. उन्होंने कहा कि स्तन कैंसर की जांच एफएनएसी व बॉयोप्सी से की जाती है. इसके अलावा स्तन कैंसर की स्क्रीनिंग मेमोग्राफी से करना बेहद आसान है. एम्स पटना के रेडियोलॉजी विभाग के एचओडी डॉ प्रेम कुमार ने कहा कि ब्रेस्ट कैंसर की पहचान आवश्यक है. इसमें स्क्रीनिंग मेमोग्राफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. एम्स दिल्ली के डॉ संजय शूलकर ने मेमोग्राफी व अल्ट्रासाउंड को एक-दूसरे का पूरक बताया. उन्होंने कहा कि अल्ट्रासाउंड भी स्तन जांच के लिए आवश्यक है. मौके पर डॉ सूमा चक्रवर्ती, डॉ सुभाष रमानी, डॉ प्रगति सिन्हा, डॉ संजय कुमार, डॉ उमाकांत , डॉ मनीष मंडल, डॉ राजेश कुमार सिन्हा, डॉ राजेश कुमार सिंह, डॉ राजीव नयन प्रियदर्शी, डॉ संतोष कुमार व डॉ संगीता पंकज समेत कई मौजूद थे.