अभियंताओं का पांच दिवसीय प्रशिक्षण शुरू
संवाददाता, पटनाजल संसाधन विभाग के चयनित अभियंताओं का पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सोमवार को वाल्मी पटना में शुरू हो गया. देश की सर्वोच्च प्रशिक्षण संस्थान राष्ट्रीय जल अकादमी पुणे ने अभियंताओं को प्रशिक्षित किया. ये अभियंता जल संसाधन परियोजनाओं के आधुनिक तकनीक से अवगत हो सके इसके लिए प्रशिक्षण दिया गया. जल संसाधन विभाग और […]
संवाददाता, पटनाजल संसाधन विभाग के चयनित अभियंताओं का पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सोमवार को वाल्मी पटना में शुरू हो गया. देश की सर्वोच्च प्रशिक्षण संस्थान राष्ट्रीय जल अकादमी पुणे ने अभियंताओं को प्रशिक्षित किया. ये अभियंता जल संसाधन परियोजनाओं के आधुनिक तकनीक से अवगत हो सके इसके लिए प्रशिक्षण दिया गया. जल संसाधन विभाग और राष्ट्रीय जस अकादमी पुणे के बीच दिसंबर 2014 से जुलाई 2015 के बीच पांच विभिन्न उच्चतर तकनीकी विषयों पर प्रशिक्षण आयोजित किये जाने की सहमति के बाद यह प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया है. डिजाइन ऑफ हाइड्रो मिकेनिकल इक्यूपमेंट विषय के प्रशिक्षण के उद्घाटन सत्र में राष्ट्रीय जल अकादमी पुण के निदेशक डीएस चासकर, केंद्रीय जल आयोग के निदेशक हरेकश कुमार ने विषय के महत्व पर प्रकाश डाला. डीएस चासकर ने बताया कि बिहार पहला राज्य है जहां बड़ी संख्या में जल संसाधन विभाग के अभियंताओं को आधुनिक तकनीक प्रशिक्षण दिलाने का निर्णय लिया है. इस मौके पर वाल्मी के प्राध्यापक डा. ईश्वर चंद्र ठाकुर ने कहा कि जल संसाधन परियोजनाओं में गेट के संचालन की तुलना प्राणियों के श्वसन प्रक्रिया से की जा सकती है. पांच दिनों के इस प्रशिक्षण में देश के ख्याति प्राप्त आठ विशेषज्ञ प्रशिक्षण देंगे.