बम ब्लास्ट से सप्ताह पूर्व रची गयी थी योजना
आरा. 23 जनवरी को भागने की योजना के तहत जिस कैमरा बम का इस्तेमाल लंबू शर्मा ने सिविल कोर्ट परिसर में कराया था, उसी बम से एक सप्ताह पूर्व एक मार्ट के दुकानदार को उड़ाने की साजिश उसने रची थी. संयोग था कि घटना सिविल कोर्ट परिसर में हुई. हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की […]
आरा. 23 जनवरी को भागने की योजना के तहत जिस कैमरा बम का इस्तेमाल लंबू शर्मा ने सिविल कोर्ट परिसर में कराया था, उसी बम से एक सप्ताह पूर्व एक मार्ट के दुकानदार को उड़ाने की साजिश उसने रची थी. संयोग था कि घटना सिविल कोर्ट परिसर में हुई. हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गयी है. लेकिन, पुलिस के एक अधिकारी ने मोबाइल सर्विलांस के जरिये जेल में बंद अपराधियों की बातंे सुन कर अपने वरीय अधिकारियों को इसकी सूचना दी थी. अपनी हत्या की आशंका से डरे दुकानदार को पहले ही भनक लग चुकी थी. सूत्रों की मानें, तो जिस दिन से लंबू शर्मा उसकी फिराक में था, उसी दिन एक मार्ट के नीचे दुकान खोले दुकानदार को इसकी भनक लग चुकी थी. इससे पहले कि लंबू शर्मा इस घटना को अंजाम देता, दुकानदार ने दो दिनों तक अपनी दुकान बंद रखी. इसके दो दिन बाद सिविल कोर्ट में बम ब्लास्ट की घटना हुई थी.