पटना : राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने भाजपा नीत केंद्र सरकार पर सामाजिक, आर्थिक, और जातिगत जनगणना के आंकडे को दबाने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि जातिगत आंकडे की मांग हमारे लिए जिहाद है और उनकी पार्टी समाज के वंचित वर्ग के लिए इसके वास्ते जंग लडने को तैयार हैं.
पटना में आज राजद के राज्य स्तरीय अधिकारियों के साथ एक बैठक करने के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए लालू ने कहा कि जातिगत जनगणना के आंकडे की मांग हमारे लिए जिहाद है. मोदी और भाजपा अनुसूचित जाति एवं जनजाति और पिछड़ी जाति की आबादी को देखकर बैचेन हो गयी है क्योंकि उच्च जाति वाली उनकी सरकार जातिगत जनगणना के आंकडे को जारी कर सत्ता के बाहर हो जाएगी. वे अपने फायदे के लिए उसे दबाना चाहती है पर हमारी पार्टी ऐसा नहीं होने देगी. हम वंचित वर्ग के लिए इसके लिए जंग के लिए तैयार हैं.
उन्होंने कहा कि इसके लिए कल उनकी पार्टी द्वारा आयोजित राजभवन मार्च में वे शामिल होंगे तथा आगामी 26 जुलाई को इसके लिए एक दिवसीय उपवास करने के साथ आगामी 27 जुलाई को बिहार बंद किया जाएगा. लालू ने कहा कि पिछला जातिगत जनगणना 1931 में हुआ था और प्रदेश में अनुसूचित जाति एवं जनजाति की संख्या में बदलाव आया है और अब उन्हें नयी जनगणना के अनुसार आरक्षण दिया जाना चाहिए जिसे संविधान के अनुसार संसद, उच्चतम न्यायालय और उच्च न्यायालय नहीं रोक सकती.
उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई अंतिम छोड़ पर बैठे व्यक्ति को समाज की मुख्यधारा में लाने की है और इस जनगणना के आधार पर उनके विकास के लिए अलग से बजट लाने की आवश्यक्ता है. हम भाजपा को अच्छे दिन का वादा कर जनता को बेवकूफ नहीं बनाने देंगे.
लालू ने कहा कि आज जबकि देश के अधिकांश लोग अपमान की जिंदगी जी रहे हैं प्रधानमंत्री उनका कल्याण सुनिश्चित करने के बजाए उन्हें योग सिखाने की कोशिश कर रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आगामी 25 जुलाई की यात्रा के दौरान उनके द्वारा पैकेज और विकास योजनाओं की घोषणा किए जाने के बारे में पूछे जाने पर लालू ने कहा कि जब उन्होंने देश को ही कुछ नहीं दे सके हैं ऐसे में वे बिहार को क्या देंगे.