ट्वीट पर नीतीश ने दी सफाई, कहा रहीम के दोहे का प्रयोग लालू नहीं, भाजपा के लिए किया
पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने ट्वीट पर सफाई देते हुए बुधवार को कहा कि उन्होंने रहीम के जिस दोहा (रहीम उत्तम प्रकृति, का करी सकत कुसंग, चंदन विष व्याप्त नहीं, लिपटे रहत भुजंग) का प्रयोग किया है वह राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के लिए नहीं, बल्कि भाजपा के लिए किया गया है. मुख्यमंत्री ने […]
पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने ट्वीट पर सफाई देते हुए बुधवार को कहा कि उन्होंने रहीम के जिस दोहा (रहीम उत्तम प्रकृति, का करी सकत कुसंग, चंदन विष व्याप्त नहीं, लिपटे रहत भुजंग) का प्रयोग किया है वह राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के लिए नहीं, बल्कि भाजपा के लिए किया गया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि ट्वीट में एक सवाल के जवाब में लोगों को इतिहास की पृष्ठभूमि बतायी गयी है कि भाजपा जिसका विचार जहरीला है, जो जहर के समान है उनके साथ रहने के बाद भी मुझ पर जहर का कोई असर नहीं पड़ा तो आगे किसी भी परिस्थिति से चिंता करने की जरूरत नहीं है.
इसके पहले बुधवार को लालू प्रसाद ने मुख्यमंत्री से अपने टवीट पर सफाई देने को कहा था. दिन के 12 बजे करीब मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित संवाद में एक कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बात करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि उनका एक मात्र एजेंडा बिहार का विकास है. उन्होंने कहा कि भाजपा के सांप्रदायिक एजेंडा को बिहार में लागू नहीं होने देंगे. जब तक हैं सुशासन, कानून का राज स्थापित रहेगा और इससे वे नहीं भटकेंगे. भाजपा के विचार जो जहरीला हैं जब हम साथ थे तो उसका हम पर कोई असर नहीं पड़ा. जब हमें लगा कि वे सीमा से बाहर जा रहे हैं, वे अलग रास्ता तय कर रहे हैं तो हमने उनसे अपना संबंध तोड़ लिया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने गंठबंधन की ओर से जब मुङो मुख्यमंत्री का उम्मीदवार घोषित किया था तो उन्होंने कहा कि सांप्रदायिकता से लड़ने के लिए और भाजपा को रोकने के लिए वे जहर भी पीने को तैयार हैं. बाद में उन्होंने स्पष्ट किया कि जहर का प्रयोग उन्होंने मेरे लिए नही किया था. उसी प्रकार हमने रहीम के जिस दोहा ‘‘रहीम उत्तम प्रकृति, का करी सकत कुसंग, चंदन विष व्याप्त नहीं, लिपटे रहत भुजंग’’ का प्रयोग किया है वह पूरी तरह से भाजपा के लिए है.