मौत की रफ्तार: नौबतपुर में सड़क दुर्घटना, विरोध में छह घंटे तक रोड जाम ट्रैक्टर ने अधेड़ को रौंदा, हंगामा
नौबतपुर: बुधवार को लगभग 11 बजे नौबतपुर-खगौल मुख्य मार्ग पर स्नेही टोला के पास खगौल की ओर से तेज गति से आ रहे ट्रैक्टर ने 42 वर्षीय व्यक्ति को टक्कर मार दी. इससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गयी. घटना के समय वे दुकान से सामान खरीद कर आ रहे थे. हादसे में दुकान […]
नौबतपुर: बुधवार को लगभग 11 बजे नौबतपुर-खगौल मुख्य मार्ग पर स्नेही टोला के पास खगौल की ओर से तेज गति से आ रहे ट्रैक्टर ने 42 वर्षीय व्यक्ति को टक्कर मार दी. इससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गयी. घटना के समय वे दुकान से सामान खरीद कर आ रहे थे. हादसे में दुकान को भी क्षति पहुंची है.
बताया जाता है कि घटना में दुकानदार रामावतार साव तथा उसकी पत्नी मुन्नी देवी घायल हो गये. उन दोनों का इलाज प्रखंड स्थित स्थानीय रेफरल अस्पताल में हो रहा है. मृतक की पहचान स्थानीय थाना क्षेत्र के गदाईपुर निवासी स्व राजन राय के पुत्र विनय राय के रूप में की गयी. घटना के बाद स्थानीय लोगों ने ट्रैक्टर तथा चालक को पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया.
मसाला पिसा कर लौट रहे थे
गांव के लोगों के अनुसार अधेड़ विनय राय नौबतपुर बाजार से मसाला पिसा कर अपने घर लौट रहे थे. इसी दौरान कुछ सामान लेने के लिए वह सड़क के किनारे स्थित एक दुकान के पास रुक गये. वह दुकान के बाहर ही खड़े थे कि खगौल की ओर से आ रहे ट्रैक्टर ने उसे रौंद डाला. घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने मुख्य मार्ग को 11 बजे दिन से शाम पांच बजे तक जाम कर दिया. इस कारण सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गयी, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. आक्रोशित लोग विधायक और डीएम को बुलाने की मांग पर अड़े थे.
प्रशासन ने दिया पारिवारिक लाभ
घटना में हुई मौत की सूचना मिलते ही थानाप्रभारी विनोद कुमार व एसआइ अविनाश कुमार मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने की भरपूर कोशिश की, पर लोग नहीं माने. दोपहर बाद जब स्थानीय विधायक अनिल कुमार ने मौके पर पहुंच कर लोगों को समझाया तब जाकर जाम हटा और यातायात बहाल हो पाया. इस संबंध में मृतक की पत्नी सीता देवी ने स्थानीय थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. मौके पर पहुंचे बीडीओ तथा सीओ ने पीड़ित परिवार को पारिवारिक लाभ के तहत 20 हजार रुपये की सहायता प्रदान की. मौके पर पहुंचे स्थानीय विधायक ने भी आर्थिक मदद की तथा हर संभव मदद का भरोसा दिलाया. विनय राय अपने घर का अकेला कमानवाला आदमी था.