पीजी तक लड़कियों की पढ़ाई मुफ्त
पटना: राज्य के कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में ग्रेजुएशन और पीजी करनेवाली छात्राओं को नामांकन शुल्क के साथ-साथ अन्य मदों में भी कोई शुल्क नहीं लगेगा. इसकी अधिसूचना शिक्षा विभाग ने जारी कर दी है. छात्राओं को नामांकन के समय एडमिशन फी, टय़ूशन फी, डेवलपमेंट फी, पुवर स्टूडेंट फंड, स्टूडेंट यूनियन, एथलेटिक्स, रजिस्ट्रेशन फी, मेंटेनेंस, लैब, […]
छात्राओं को नामांकन के समय एडमिशन फी, टय़ूशन फी, डेवलपमेंट फी, पुवर स्टूडेंट फंड, स्टूडेंट यूनियन, एथलेटिक्स, रजिस्ट्रेशन फी, मेंटेनेंस, लैब, इलेक्ट्रीसिटी एंड वाटर, मेडिकल, एनएसएस, कल्चरल एक्टीविटी, कॉमन रूम, स्पोर्ट, लाइब्रेरी समेत अन्य मदों में लगने वाली राशि नहीं लगेगी. छात्राओं को सिर्फ परीक्षा शुल्क देना होगा. वर्तमान में पीजी में नामांकन समेत सभी प्रकार के शुल्क के रूप में 5000-6000 रुपये तक छात्र-छात्राओं को लगते हैं, जबकि ग्रेजुएशन में करीब 7500-8000 रुपये लगते हैं, लेकिन अब छात्राओं के नामांकन के लिए यह राशि नहीं ली जायेगी. छात्राओं को नामांकन समेत अन्य शुल्क नहीं लगने से विश्वविद्यालय व कॉलेजों को जो घाटा होगा, इसकी प्रतिपूर्ति राज्य सरकार करेगी. साथ ही अब एक नियम भी तय होगा कि इस राशि की प्रतिपूर्ति सरकार कब और कैसे करेगी. तैयार हो रहे नियम में कॉलेज और विश्वविद्यालय कों सभी छात्राओं की संख्या, जिनका उन्होंने नामांकन लिया है, उसकी सूची शिक्षा विभाग में सूची देनी होगी. साथ ही इसके लिए कितनी राशि की प्रतिपूर्ति चाहिए, यह भी देनी होगी.
इसके बाद राशि का भुगतान हो सकेगा. राज्य में 10 विश्वविद्यालय हैं और करीब 253 अंगीभूत कॉलेज हैं. सभी में छात्राओं का नामांकन नि:शुल्क होगा. ग्रेजुएशन के लिए सत्र 2015-18 और पीजी के लिए सत्र 2015-17 के लिए इस साल नामांकन प्रक्रिया खत्म हो चुकी है. इस आधार पर उम्मीद की जा रही है कि छात्राओं को नामांकन में राशि की छूट अगले साल से ही मिल सकेगी. इस पर अंतिम निर्णय के लिए नियमावली में कुछ परिवर्तन करेगा. अगर नियमावली में तय हुआ कि इस साल जितनी भी छात्राओं का नामांकन होगा उन्हें राशि लौटायी जायेगी तो इस राशि दी जा सकती है.