पटना: प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार बिहार आये नरेंद्र मोदी ने शनिवार को पटना में कहा कि सूबे को पचास हजार करोड़ रुपये से अधिक का विशेष पैकेज मिलेगा. नरेंद्र मोदी ने विकास की अपनी प्राथमिकता बताते हुए अपने संबोधन के दौरान इशारे-इशारे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर चुटकी ली और बिना नाम लिये राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद पर निशाना साधा. प्रधानमंत्री ने कहा कि विकास पर राजनीति नहीं करनी चाहिये. इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम भलीभांती समझने लगे हैं कि विकास का कोई पर्याय नहीं है. हमे गरीबी, बेरोजगारी और अशिक्षा से लड़ना है तो विकास करना होगा.
प्रधानमंत्री ने कहा कि अटल सरकार छह महीने और होती तो दनियावा-बिहारशरीफ रेल मार्ग 2004 मे ही चालू हो जाता. लेकिन बाद की सरकारें बनी जिसमें बिहार के ही रेल मंत्री हुए, काम 10 साल ठहर गया. लोकसभा चुनाव की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि हमने पचास हजार करोड़ रुपये की विशेष पैकेज की घोषणा की थी, लेकिन दिल्ली में बैठने के बाद उन्हें इस बात का अहसास हुआ कि बिहार की बात पचास हजार करोड़ रुपये से नहीं बनने वाली है. विशेष पैकेज देने की अभी घोषणा नहीं करेंगे, उचित समय पर इसकी घोषणा करेंगे. बिहार के लिए हमने जो वायदा किया है उसे पूरा करेंगे ताकि बिहार की विकास की यात्र में रुकावट न आये. बिहार का विकास तेजी से हो.
सभी बीमारी का एक मात्र इलाज विकास
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम भलीभांती समझने लगे हैं कि विकास का कोई पर्याय नहीं है. हमे गरीबी, बेरोजगारी और अशिक्षा से लड़ना है तो विकास करना होगा, यदि हमें आरोग्य की सुविधा चाहिए तो विकास चाहिए. यानी सभी रोगों का एक ही इलाज विकास है. देश के विकास के लिए राज्यों के विकास आवश्यक है. उन्होंने कहा कि केंद्र हो राज्य विकास के लिए हमें मिलकर काम करना होगा.
विकास में नहीं हो राजनीति
उन्होंने कहा कि विकास में राजनीति नहीं होनी चाहिए. नीतीश कुमार की अटल जी के छह माह पहले सरकार गिर जाने के कारण छह 2004 में पूरा होने वाला रेल लाइन पूरा होने में 2015 तक पहुंच गया. उन्होंने कहा कि मैं नीतीश कुमार की बात से सहमत हूं कि अटल जी की सरकार छह माह और रह जाता तो काम पूरा हो गया होता. रेल मंत्री भी यहीं के थे. 2004 में सरकार बदल गयी. तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद का नाम लिये बिना कहा कि रेल मंत्री बदले और काम को रोक दिया गया. उन्होंेने कहा कि राजनीति जो करते हैं वे करें. इससे बिहार को बड़ी क्षति हुई. नीतीश कुमार का फिर नाम लेते हुए उन्होंने कहा कि मैं इस मत का हूं कि हमें विकास की निरंतर यात्र चलाना है.
इनकुवेशन सेंटर सबसे बड़ा नजराना
प्रधानमंत्री ने इनकुवेशन सेंटर को सबसे बड़ा नजराना बताते हुए कहा कि यह आइआइटी इमारत से भी महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि नीतीश जी ने आआइटी को बड़ा परिसर बताया है और कहा है कि बिहार की आवश्यकता के अनुरूप यहां पढ़ाई का इंतजाम होना चाहिए. उन्होंने कहा कि हमारा कोशिश है कि दुनिया का टॉप क्लास फैकल्टी भारत में लायें.
बिहार में सरस्वती निवास करती है
प्रधानमंत्री ने गुजरात का नाम लिये बिना कहा कि मैं जहां से आता हूं वहां परिश्रम के कारण लक्ष्मी ने जाना पसंद किया. बिहार में सरस्वती निवास करती हैं. बिहार की तेजस्विता पूरे देश को तेजस्वी बना सकता है.
पूरब के विकास बिना देश का विकास संभव नहीं
नरेंद्र मोदी ने कहा कि मेरा पूरा विश्वास है कि पूरब के विकास के बिना देश का विकास संभव नहीं है. इसमें बिहार, पूर्वी यूपी, पश्चिम बंगाल, असम आदि राज्य हैं. जब तक देश का यह हिस्सा विकसित नहीं होता तब तक भारत माता का विकसित नहीं हो सकता. इसलिए बिहार का विकास हमारा ऐजेंडा है, पूर्वी भारत का विकास हमारा लक्ष्य है. हम जल्द ही अनेक योजना लेकर आने वाले हैं, उसे पूरा करेंगे.
एन एच के लिए पांच हजार करोड़ की योजनाएं स्वीकृत की
प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार में एनएच के लिए केंद्र की योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि मुजफ्फरपुर से सोनबरसा दो लेन के लिए 600 करोड़, पटना-गया-डोभी चार लेन एनएच के लिए 1231 करोड़ मंजूर, पटना-कोइलवर-भोजपुर और भोजपुर-बक्सर चार लेन के लिए 2012 करोड़, भागलपुर बाइपास के लिए 230 करोड़, शिवहर-सीतामढ़ी-किशनगंज-गलगलिया एनएच के लिए 701 करोड़, फतुहा-हरनौत एनएच के लिए 590 करोड़, मंजूर किया है. इन सभी एनएच के लिए कुल पांच हजार करो रुपये मंजूर किये गये हैं.
पटना में घर-घर पाइप से पहुंचेगी गैस
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में गैस पर आधारित इकोनोमी आकर ले रही है. रसोई गैस को घर-घर पहुंचाना यह महंगा है. ऊर्जा के क्षेत्र में विकास देश की अर्थव्यवस्था को बदल देगी. इसके लिए ताकतवर प्रयास हो रहा है. मोदी ने कहा कि हम ऊर्जा गंगा योजना लेकर आ रहे हैं. इस योजना के तहत सैकड़ों किमी गैस पाइप लाइन बिछाया जायेगा. पटना के घर-घर में पाइप से गैस पहुंचेगा. गृहिणी पानी की तरह टैप से गैस का उपयोग कर सकेंगी. यह महंगा है, पर एक बार लग गया तो गुणवत्ता युक्त जीवन होगा.
बिहार तकलीफ ङोल रहा, केंद्र देखता रहा
मोदी ने कहा कि नीतीश जी ने कहा है कि बरौनी का उर्वरक कारखाना के तीन सौ करोड़ बिजली बिल का बकाया माफ कर दिया है. इसके बावजूद बिहार तकलीफ ङोल रहा है. इसके लिए हमारे सुशील मोदी ने भी काफी कष्ट किये थे. इसके बावजूद दस साल में भी यह चालू नहीं हुआ. बल्कि इसे चालू होने से रोक दिया गया. यह चालू होता तो बिहार को सस्ता उर्वरक मिलता. उन्होंने कहा कि हमने तय किया है कि बिहार की जनता को कोई तकलीफ नहीं होने देंगे. इस काम को भी पूरा करेंगे. इससे नौजवान को रोजगार मिलेगा.