पटना: आइसीएआर की स्थापना दिवस समारोह पर वेटनरी कॉलेज मैदान में शनिवार को आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत करने के दौरान कई मौके पर नीतीश कुमार ने जमकर तालियां बटोरी. उन्होंने जैसे ही सुशील कुमार मोदी को पुराने साथी और विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता नंद किशोर यादव को प्रिय साथी कहते हुए जैसे ही संबोधित किया, वैसे ही लोगों ने ताली बजाकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया. इस अवसर पर नीतीश कुमार ने कहा कि पटना के आइआइटी का परिसर पांच सौ एकड़ का है. इसमें फिलहाल कुछ ही विषयों की पढ़ाई हो रही है. यहां कई और ब्रांचों की पढ़ाई होनी चाहिए.
मुख्यमंत्री की मांग पर पीएम की चुप्पी
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बरौनी में 250 मेगावाट की दो इकाई को चालू करने के लिए भेल को काम सौंपा. इसे पूरा होने से बिहार को पांच सौ मेगावाट बिजली बिहार को मिलता, लेकिन भेल ने इसे पूरा नहीं किया है. इसे पूरा करने के लिए 13 बार लक्ष्य बदलना पड़ा है. उन्होंने पीएम से कहा कि आप बिहार की योजनाओं की समीक्षा यहां के अधिकारियों से करते हैं. बड़ी कृपा होती कि आप बिहार के लिए लंबित केंद्रीय योजनाओं की भी समीक्षा करते. नंदकिशोर यादव को पथ निर्माण मंत्री के कार्यकाल की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि एनएच की मरम्मती के लिए एक हजार करोड़ रुपये खर्च किये, लेकिन आज तक वह बिहार को नहीं मिला है. पीएम ने सीएम की इस मांग की भी अपने भाषण में चर्चा नहीं की.
सीएम ने धर्मेद्र प्रधान को कहा आप बिहार के ही है
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में पेट्रोलियम राज्यमंत्री धर्मेद्र प्रधान को बिहार का बताते हुए कहा कि उड़ीसा भी बिहार का ही हिस्सा था. नीतीश कुमार द्वारा प्रधान की प्रशंसा को पीएम ने भी गंभीरता से लेते हुए कहा कि जब नीतीश जी प्रधान की इतनी प्रशंसा किये हैं तो निश्चित रूप से महत्व की योजना है.
पीएम और सीएम की होती रही बातें
वेटनरी कॉलेज मैदान में पीएम द्वारा योजनाओं के शुभारंभ के अवसर पर मंच में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ठीक बगल में नीतीश कुमार बैठे थे. दोनों राजनेता जैसे ही एक साथ बैठे, दोनों की बातचीत होती रही. नीतीश कुमार भी हाथ हिलाकर कुछ इशारा करते रहे. मोदी भी बातचीत में मसगूल रहे.
राम विलास पासवान और नीतीश की भी हुई गपशप
जैसे ही नरेंद्र मोदी भाषण देने मंच पर गये, नीतीश कुमार के ठीक बगल में बैठे केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान ने सीएम से गप शप की. यह गप शप पीएम के भाषण तक बीच-बीच में जारी रहा.