रीतलाल के घर दबिश : दानापुर पुलिस पहुंची निर्दलीय एमएलसी के गांव

पटना/दानापुर : बेऊर जेल में बंद एमएलसी रीतलाल यादव दानापुर के दोहरे हत्याकांड में सीधे तौर पर आरोपित तो नहीं हैं, लेकिन उनकी भूमिका परदे के पीछे वाली हो सकती है. पुलिस इस लाइन पर भी काम कर रही है. पुलिस ने शुक्रवार की सुबह में रीतलाल के घर पर दबिश भी दी. हालांकि उनके […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 26, 2015 12:56 AM
पटना/दानापुर : बेऊर जेल में बंद एमएलसी रीतलाल यादव दानापुर के दोहरे हत्याकांड में सीधे तौर पर आरोपित तो नहीं हैं, लेकिन उनकी भूमिका परदे के पीछे वाली हो सकती है. पुलिस इस लाइन पर भी काम कर रही है. पुलिस ने शुक्रवार की सुबह में रीतलाल के घर पर दबिश भी दी. हालांकि उनके घर से किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी. दरअसल पुलिस को सूचना मिली थी कि दोहरे हत्याकांड के आरोपित रीतलाल के घर में छुपे हुए हैं. लेकिन पुलिस को यहां से कुछ भी हाथ नहीं लगा. पुलिस 48 घंटे बाद भी हत्या के किसी भी आरोपित को गिरफ्तार नहीं कर सकी है.
गौरतलब हैं कि शंभु प्रसाद राय के बेटे राकेश की हत्या में आरोपित रंजीत उर्फ कालिया और पिंकु जायसवाल बेऊर जेल में बंद हैं. इसी बीच शंभु और उनके भाई के दामाद व अधिवक्ता धनपत उर्फ राजनारायण की भी हत्या कर दी गयी. अब पुलिस यह जानने में लगी है कि कहीं इसकी पृष्ठ भूमि बेऊर जेल में ही तैयार तो नहीं हुई है.
इसी कड़ी में रीतलाल के घर कोथवां में छापेमारी की गयी. यहां बता दें कि गुरुवार को सरकारी वकील से मिल कर लौट रहे ससुर शंभु राय व उसके चचेरे दामाद अधिवक्ता धनपत उर्फ राजनारायण की अपराधियों ने हत्या कर दी थी. इसमें आधा दर्जन नामजद को आरोपित बनाया गया है. मृतक के परिजन हत्यारों से डरे-सहमे हुए हैं. थानाध्यक्ष आनंद कुमार सिंह ने बताया कि एसएसपी के निर्देश पर टीम गठित कर हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए सघन छापेमारी की जा रही है. उन्होंने दावा किया कि जल्द हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया जायेगा.
क्या सरकारी वकील पर भी खतरा है
दरअसल सरकारी वकील जयप्रकाश सिंह के घर से लौटने के दौरान शंभु और धनपत की हत्या की गयी थी. विधायक आशा सिन्हा के पति सत्यनारायण सिन्हा हत्याकांड का केस जयप्रकाश सिंह ही देख रहे हैं और इसके आरोप में रीतलाल जेल में बंद है.
इससे सवाल उठ रहा है कि क्या अधिवक्ता जयप्रकाश सिंह पर भी खतरा है. ऐसे में वकीलों ने भाजपा अधिवक्ता मंच के अध्यक्ष बृज मोहन कुमार मिश्र व अधिवक्ता दिनेश कुमार सिंह ने हत्यारों को क्राइम कंट्रोल एक्ट के तहत सरकार से कार्रवाई करने की मांग की है.
चर्चा यह भी है कि हाइकोर्ट ने जेल में बंदी रंजीत उर्फ कालिया की जमानत याचिका खारिज करते हुए अपर जिला सत्र न्यायाधीश (सात) को निर्देश दिया है कि एक वर्ष के अंदर कांड संख्या 620/13 का ट्रायल कर सुनवाई की जाये. इसी से बखौला कर ससुर-दामाद की हत्या कर दी.

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