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वादे भूला नहीं हूं, पूरे करूंगा : नरेंद्र मोदी

एलान अभी बाकी : संसद के सत्र के बाद फिर आऊंगा, बताऊंगा कितना बड़ा पैकेज दूंगा : पीएम विशेष पैकेज जल्द, सरकार बनी तो 24 घंटे बिजली पीएम नरेंद्र मोदी ने मुजफ्फरपुर में परिवर्तन रैली में सीएम नीतीश कुमार पर जम कर निशाना साधा और लालू प्रसाद से गंठबंधन को लेकर कानून-व्यवस्था व विकास के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 26, 2015 2:22 AM
एलान अभी बाकी : संसद के सत्र के बाद फिर आऊंगा, बताऊंगा कितना बड़ा पैकेज दूंगा : पीएम
विशेष पैकेज जल्द, सरकार बनी तो 24 घंटे बिजली
पीएम नरेंद्र मोदी ने मुजफ्फरपुर में परिवर्तन रैली में सीएम नीतीश कुमार पर जम कर निशाना साधा और लालू प्रसाद से गंठबंधन को लेकर कानून-व्यवस्था व विकास के उनके दावे पर सवाल उठाये. साथ ही उन्होंने 50 हजार करोड़ से अधिक का पैकेज और 24 घंटे बिजली देने का आश्वासन देकर एक बार सेवा का मौका देने की अपील की.
कुणाल/प्रभात
मुजफ्फरपुर : बिहार विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार को पहली रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिजली से लेकर कानून-व्यवस्था तक के मुद्दों पर नीतीश कुमार को घेरा. साथ ही विशेष पैकेज के अपने वादे को पूरा करने का आश्वासन भी दिया.
प्रधानमंत्री ने सीधे तौर पर कहा कि मेरे लिए नीतीश कुमार ने बिहार को विकास की पटरी से उतार दिया. उन्होंने पूरे बिहार के लोगों की पीठ में छूरा घोंपा है. अगर मुझसे ही नफरत थी, तो कमरे में आकर मुङो दो थप्पड़ लगा देते, मेरा गला घोंट देते.
मुङो इस बात की नाराजगी नहीं कि आपने मेरे साथ क्या किया, बिहार की जनता के साथ ऐसा क्यों किया? बिहार की जनता को ऐसी हालत में नहीं छोड़ा जा सकता. इसलिए मैं यहां आया हूं. प्रधानमंत्री ऐतिहासिक चक्कर मैदान में भाजपा की ओर से आयोजित परिवर्तन रैली में बोल रहे थे.
45 मिनट के भाषण में उन्होंने कहा, जनता ने जंगलराज से पीछा छुड़ाने के लिए नीतीश कुमार का साथ दिया. नौजवानों, किसानों की हालत सुधारने के लिए वोट दिया. महिलाओं की सुरक्षा के लिए वोट दिया, पर उन्होंने क्या किया, जनता के पीठ में छूरा घोंप दिया. पिछले चुनाव में प्रचार के दौरान कहा था, बिजली नहीं मिली, तो अगले विधानसभा चुनाव में वोट नहीं मांगने आऊंगा, लेकिन क्या ऐसा हुआ? कुछ लोग वादे करते हैं और भूल जाते हैं.
वादे याद कराने पर उसे झुठलाने की कोशिश करते हैं, लेकिन मैं वादा भूलने के लिए नहीं, याद करने के लिए करता हूं. नीतीश कुमार के ट्विटर पर आने पर पीएम ने मजाकिये लहजे में कहा, जब मैं ट्वीट करता था, तो कहते थे, चहकते हैं.
आज उन्होंने भी चहकने का रास्ता चुन लिया. मेरे आने से पहले ट्वीट किया है, 14 महीने बाद बिहार की याद आयी है. स्वागत हैं. मैं उनके स्वागत के लिए आभारी हूं, लेकिन आज वक्त कैसे बदल गया? मनमोहन सिंह 10 साल में सिर्फ एक बार हवाई सव्रेक्षण के लिए आये, तब उन्होंने कुछ नहीं कहा. मेरी विरह उन्हें 14 महीने भी बरदाश्त नहीं हुई. चिंता नहीं कीजिए, अब मैं आ गया हूं. आपको ज्यादा ङोलना नहीं पड़ेगा.
डीएनए में है गड़बड़ी
नरेंद्र मोदी ने कहा, जब मैं मुख्मंत्री था, पटना में पार्टी की कार्यसमिति की बैठक थी. मुख्यमंत्री ने मुङो खाने पर बुलाया, फिर मेरी, एक चायवाले के बेटे की थाली छीन ली. मुङो काफी दु:ख हुआ, कुछ नहीं कहा, लेकिन जब नीतीश कुमार ने महादलित जीतनराम माझी से सत्ता छीन ली, तो मुङो दु:ख हुआ.
फिर मैं सोचने लगा. जॉर्ज फर्नाडीस, सुशील मोदी सहित अपने साथ कंधे-से-कंधा मिला कर चलनेवालों के साथ नीतीश ने धोखा किया है, तो निश्चित ही उनके डीएनए में गड़बड़ी है. लोकतंत्र के डीएनए में ऐसा नहीं होता, विरोधी के प्रति भी आदर व सत्कार का भाव होता है.
50 हजार से अधिक का पैकेज
प्रधानमंत्री ने कहा, लोकसभा चुनाव के दौरान मैंने जनता से वादे किये थे. उन वादों को भूला नहीं हूं. मैंने कहा था कि केंद्र में एनडीए की सरकार बनेगी, तो बिहार को 50 हजार करोड़ का पैकेज देंगे. वह वादा मैं निभाऊंगा. सिर्फ 50 हजार करोड़ से बात नहीं बननेवाली. संसद का सत्र चल रहा है, इसलिए जुबान पर ताला लगा है. सत्र खत्म होने के बाद खुद आकर बता दूंगा कि कितना बड़ा पैकेज दूंगा.
आरजेडी मतलब, रोजाना जंगल राज का डर
प्रधानमंत्री ने राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद को उन्हीं के अंदाज में जवाब दिया. कहा कि आरजेडी का मतलब है, रोजाना जंगल राज का डर. जंगलराज चाहिए या इससे मुक्ति. यह चुनाव जंगलराज से मुक्ति का है.
पहले भी केंद्र में सरकारें थीं, पर बिहार के साथ क्या किया? यूपीए सरकार ने 2012-15 में फाइनांस कमीशन ने बिहार को डेढ़ लाख करोड़ रुपये दिये. एनडीए ने 2015-20 के लिए पौने चार लाख करोड़ रुपये दिये. क्या इससे विकास के काम आगे नहीं बढ़ेगा?
लालू ने जहर क्यों पिया, फन कुचल देते
प्रधानमंत्री ने कहा, लालू कहते हैं, उन्होंने जहर पिया है. मैंने तो उसी दिन जहर पी लिया, जब नीतीश कुमार ने मेरी खाने की थाली छीन ली थी. फिर लालू को जहर पीने की जरू रत क्या थी?
यदुवंशी कृष्ण की तरह जहर नहीं पीते, कालिया नाग का फन कुचल देते, लेकिन वे ऐसा कैसे करते? उन्हें अपने बेटे-बेटियों का भविष्य जो सुरक्षित करना है. इस कारण उन्होंने जनता को जहर पीने के लिए छोड़ दिया.
भूटान की बिजली से बिहार को सबसे अधिक लाभ
पीएम मोदी ने कहा, मैं सबसे पहले भूटान के दौरे पर गया था. वहां की सरकार के साथ मैंने पनबिजली योजनाओं पर करार किया. उसका शिलान्यास किया. दूसरा दौरा नेपाल का था.
वहां भी ऐसे ही समझौते पर करार हुआ. इन दोनों देशों में बिजली उत्पादन होने पर सबसे ज्यादा लाभ बिहार को मिलेगा. बिजली आयेगी, तो राज्य का पूरा विकास होगा. आज बिहार को पांच हजार मेगावाट बिजली की जरू रत है. उत्पादन मात्र 300 मेगावाट बिजली की हो रही है. पांच साल में जब यह सरकार नहीं कर पायी, तो क्या वह अब ऐसा कर पायेगी?
लोगों को भी साधने की कोशिश
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण की शुरुआत में ही लोगों को साधने की कोशिश की. पंडाल के बांस-बल्ले पर चढ़े समर्थकों को देखते हुए कहा, कुछ दूसरी, तो कुछ तीसरी मंजिल पर दिखायी दे रहे हैं, लेकिन यदि कोई गिर गया, तो मैं क्या जवाब दूंगा? बिहार में मेरी सरकार बना दो. मैं तुम्हें और ऊंचाइयों पर पहुंचा दूंगा. बिहार में प्राकृतिक संसाधनों की कमी नहीं है. इसका सही उपयोग किया जाये, तो आज भी यह पूरे देश के लिए गर्व की बात होगी.
नीतीश पर निशाना
– बिहार की पीठ में छूरा क्यों घोंपा?
– एक व्यक्ति के लिए बिहार का विकास रोका
– मेरी थाली छीनी, मांझी से सत्ता छीनी, जॉर्ज को दिया घोखा, लगता है डीएनए में ही गड़बड़ी है.
– मनमोहन सिंह 10 साल नहीं आये बिहार, मेरा विरह 14 माह भी बरदाश्त नहीं
लालू पर हमला
– आरजेडी मतलब रोजाना जंगलराज का डर, यह चुनाव जंगलराज से मुक्ति का
– यदुवंशी कृष्ण की तरह जहर नहीं पीते, कालिया नाग का फन कुचल देते हैं
– इन्होंने तो बेटे-बेटियों का भविष्य सुरक्षित करने के लिए जनता को जहर पीने के लिए छोड़ दिया
मांगा समर्थन
– आजादी के समय से बिहार के लोगों ने जो सपने संजाये हैं, उन्हें 60 महीने में आपको पूरा करके दूंगा.
– आपने हर किसी को आजमा लिया है, एक बार हमें भी आजमा कर देखिए.
– दिल्ली में हमारी सरकार में सबसे महत्वपूर्ण विभाग बिहार के नेताओं के पास
पटना में प्रधानमंत्री
– शुभारंभ : दीनदयाल ग्राम ज्योति योजना, जगदीशपुर- हल्दिया गैस पाइपलाइन, आइआइटी, पटना का कैंपस, सुविधा एक्सप्रेस, दनियावां-बिहारशरीफ रेललाइन
– शिलान्यास : इन्क्यूबेशन सेंटर फॉर मेडिकल इलेक्ट्रानिक्स

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