सीएम कन्या सुरक्षा योजना का फिर से मिलेगा लाभ

पटना: मुख्यमंत्री कन्या सुरक्षा योजना के तहत अब वैसी बेटियां भी लाभ के दायरे में आयेंगी, जिनका जन्म दो साल पहले हुआ है. महिला विकास निगम कन्या सुरक्षा योजना के तहत इस वर्ष नये आवेदन के साथ पूर्व के पेंडिंग आवेदनों को भी लाभ देगा. इसके तहत 2013 व 2014 में जन्मी बेटियां भी योजना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 27, 2015 7:32 AM
पटना: मुख्यमंत्री कन्या सुरक्षा योजना के तहत अब वैसी बेटियां भी लाभ के दायरे में आयेंगी, जिनका जन्म दो साल पहले हुआ है. महिला विकास निगम कन्या सुरक्षा योजना के तहत इस वर्ष नये आवेदन के साथ पूर्व के पेंडिंग आवेदनों को भी लाभ देगा. इसके तहत 2013 व 2014 में जन्मी बेटियां भी योजना का लाभ ले सकेंगी. समाज कल्याण विभाग ने ऑडिट संबंधित कारणों से 2012 में योजना को बंद कर दी थी.

अब उनके पेंडिंग आवेदनों की जांच की जा रही है ताकि योजना का लाभ मिल सके. इस वर्ष योजना की दोबारा शुरुआत की गयी है. इसके तहत नये आवेदनों के साथ-साथ पूर्व के पेंडिंग आवेदनों को भी लाभ प्रदान किया जायेगा.

जिले के हर आंगनबाड़ी केंद्रों से तीन नये लाभार्थियों का चयन किया जा रहा है. इसके लिए विभाग को 90 करोड़ की राशि दी गयी है. पूर्व के लगभग चार लाख आवेदनों की जांच हो रही है ताकि 2013 में जन्मी बेटियों को भी इसका लाभ मिल सके. योजना के लाभ प्रदान करने के लिए मई तक 49518 आवेदन बैंकों को भेजे गये.
अब तक 14 लाख को लाभ
योजना के तहत 2007 से 2012 तक 14 87 828 बेटियों को लाभ मिल चुका है. इसके तहत 300 करोड़ रुपये भी खर्च किये गये हैं. योजना पर सरकार 2000 रुपये निवेश करती है,जो बेटियों के 18 वर्ष पूरे होने के बाद दी जाती है.
क्या है मामला
बिहार में बेटियों की सुरक्षा को लेकर 2007-08 में मुख्यमंत्री कन्या सुरक्षा योजना शुरू की गयी थी. जुलाई 2012 से योजना बंद हो गयी. 2015 में इसे दोबारा शुरू किया गया है. इसके तहत पूर्व में आये लगभग 4 लाख से अधिक आवेदन पेंडिंग पड़े थे.
क्या है योजना
मुख्यमंत्री कन्या सुरक्षा योजना के तहत बीपीएल परिवार में 22 नवंबर, 2007 के बाद जन्म लेने वाली बेटियों को सरकार की ओर से 2000 रुपये का सावधि प्रमाणपत्र दिया जाता है. निवेश यूको और आइडीबाइ बैंक में किया जाता है. राशि कन्या के 18 वर्ष पूरे होने पर दी जाती है. पहले राशि यूटीआइ के म्यूचुअल फंड में निवेश की जाती थी.

Next Article

Exit mobile version