दलाली, रिश्वतखोरी का खौफ कंपनियां नहीं भर रही हैं टेंडर

रुक गया है हमारे शहर का विकास पटना : नगर निगम द्वारा निकाले गये ग्लोबल टेंडर में बड़ी कंपनियां रुचि नहीं ले रही हैं, जिससे योजना अधर में लटकती जा रही है. आलम यह है कि एक टेंडर को तीन-चार बार निकाला जा रहा है, फिर भी एजेंसी नहीं आ रही. इस कारण शहर की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 29, 2015 6:53 AM
रुक गया है हमारे शहर का विकास
पटना : नगर निगम द्वारा निकाले गये ग्लोबल टेंडर में बड़ी कंपनियां रुचि नहीं ले रही हैं, जिससे योजना अधर में लटकती जा रही है. आलम यह है कि एक टेंडर को तीन-चार बार निकाला जा रहा है, फिर भी एजेंसी नहीं आ रही. इस कारण शहर की नागरिक सुविधा के तीन प्रोजेक्ट अधर में हैं.
इनमें फॉगिंग मशीन की खरीदारी, ठोस कचरा प्रबंधन के तहत उपकरण खरीद व डोर टू डोर कचरा कलेक्शन शामिल हैं. ठोस कचरा प्रबंधन योजना पिछले दो वर्षो से लटकी है, तो फॉगिंग मशीन के खरीद की प्रक्रिया पिछले एक वर्ष से चल रही है. इसके बावजूद न तो ठोस कचरा प्रबंधन योजना पूरा हुई और न ही फॉगिंग मशीन खरीदी गयी.
चौथी बार निकाला फॉगिंग मशीन को लेकर टेंडर
निगम प्रशासन ने 10 बड़ा फॉगिंग मशीन खरीदने की योजना बनाया. इस योजना को स्थायी समिति व निगम बोर्ड से स्वीकृति दी गयी. स्वीकृति मिलने के बाद निगम प्रशासन ने एक के बाद एक ग्लोबल टेंडर निकाला गया, लेकिन बड़ी एजेंसी टेंडर में शामिल नहीं हुआ.
निगम प्रशासन ने तीसरी बार टेंडर निकाला, तो दो एजेंसी शामिल हुए. लेकिन इसमें एक एजेंसी ने गलत तरीके से टेंडर डाला, जिससे रद्द हो गया. इसके बाद फिर स्थायी समिति से टेंडर निकालने की स्वीकृति मिली, तो चौथी बार मशीन करने का टेंडर निकाला गया है. इस टेंडर में एजेंसियों को शामिल होने का इंतजार किया जा रहा है.
अब तक लटकी है ठोस कचरा प्रबंधन योजना
ठोस कचरा प्रबंधन के तहत डोर टू डोर कचरा कलेक्शन, ट्रांसपोर्टेशन और कचरे की रिसाइक्लिंग प्लांट लगाना है. इसमें रिसाइक्लिंग प्लांट लगाने के लिए एजेंसी चयनित भी की गयी, लेकिन काम शुरू नहीं किया है.
उपकरण खरीद में 14 तरह के उपकरणों की खरीदारी किया जाना है, जिसको लेकर टेंडर निकाला गया. छह उपकरणों के लिए एजेंसी चयनित की गयी, जिसको वर्क ऑर्डर दिया गया है. इसके बावजूद उपकरण उपलब्ध नहीं किया गया. आठ प्रकार की उपकरणों की टेंडर निकाला गया है. दो-चार एजेंसियों के शामिल होने के कारण कचरा कलेक्शन को लेकर दुबारा टेंडर निकाला जायेगा.
कारण. वसूली और मेयर-आयुक्त विवाद
नगर निगम में कोई भी प्रोजेक्ट को पूरा करना है, तो स्थायी समिति व निगम बोर्ड से स्वीकृति लेना अनिवार्य है. प्रोजेक्ट स्थायी समिति से स्वीकृत हो गया,तो बोर्ड में लटक गया. अगर स्थायी समिति व बोर्ड से स्वीकृति मिलने के बाद टेंडर निकला, तो टेंडर में शामिल एजेंसियों की विवरण स्थायी समिति में प्रस्तुत करना है.
स्थायी समिति संतुष्ट हो गया, तो ठीक है अन्यथा मामला अटक जाता है. इस प्रक्रियामें लंबा समय लग जाता है. उसके पीछे अंदरखाने कमीशनखोरी का विवाद बताया गया था. इसके साथ ही पिछले पांच वर्षो से नगर आयुक्त व मेयर का विवाद सुर्खियों में रहा. इस स्थिति में कोई भी बड़ी एजेंसियां निगम के टेंडर में शामिल नहीं होता चाहता है.
जिम्मेवार बोले. फिर निकालेंगे टेंडर
हम टेंडर निकालते है, लेकिन पर्याप्त संख्या में एजेंसी टेंडर में शामिल नहीं हो रहे हैं. टेंडर में शामिल एजेंसी के तकनीकी मूल्यांकन किया जाता है, जिसमें कुछ हट जाता है. इस स्थिति में प्रोजेक्ट को पूरा करने में थोड़ा दिक्कत हो रहा है. इसके बावजूद फॉगिंग मशीन के लिए फिर टेंडर निकाला गया है.’
शीर्षत कपिल अशोक, अपर नगर आयुक्त (सफाई व योजना)
पटना नगर निगम
पटना : मंगलवार की सुबह साढ़े दस बजे निगम की टीम ने बोरिंग केनाल रोड पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया. अभियान के दौरान पंत भवन से लेकर पंचमुखी हनुमान मंदिर के समीप तक पार्किग से अतिक्रमण हटाया गया. अतिक्रमणकारी अपने-अपने दुकान लेकर इधर-उधर भाग रहे थे.
लेकिन, निगम की टीम अतिक्रमणकारियों की समाज जब्त नहीं कर रही थी. इसके बावजूद अतिक्रमणकारी डर से भाग रहे थे. करीब दो घंटे तक चले इस अभियान में पूरा पार्किग स्थल साफ हो गया था. निगम टीम का नेतृत्व कर रहे उदय पासवान ने बताया कि बोरिंग केनाल रोड के पार्किग से अतिक्रमण हटाने के साथ-साथ अवैध होर्डिग व बैनर को भी हटाया गया है.
दिन के 12 बजे बोरिंग कैनाल रोड के पंत भवन से लेकर पंचमुखी हनुमान मंदिर तक सभी पार्किग स्थल अतिक्रमण मुक्त हो गये थे. इस पार्किग में कहीं भी एक दुकान नहीं दिख रहा था. लेकिन, शाम के चार बजे के बाद अतिक्रमणकारी दुकान सजाना शुरू कर दिये. शाम के छह बजे तक पूरे पार्किग में अतिक्रमणकारियों का कब्जा हो गया था.
अधिकारी कहते हैं कि निगम का काम है अतिक्रमण हटाना और स्थानीय पुलिस को सूचना देना. हमने अतिक्रमण हटाने के साथ ही एसके पुरी और बुद्धा कॉलोनी थाने को सूचना दे दिया है. अब थाना की जिम्मेवारी है कि पार्किग में अतिक्रमणकारियों का कब्जा नहीं हो.
आज भी चलेगा अभियान
बोरिंग केनाल रोड के पार्किग में अतिक्रमण और अवैध वसूली की शिकायत मिली थी. इस आधार पर नूतन राजधानी अंचल के कार्यपालक पदाधिकारी के माध्यम से नोटिस देकर 22 जुलाई तक पार्किग से अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया गया था.
इसी आदेश के तहत समय सीमा खत्म होने के बाद मंगलवार की सुबह अभियान चलाया गया. अभियान के दौरान सभी अतिक्रमणकारी हटा दिये गये थे, लेकिन जानकारी मिली है कि दोपहर बाद पार्किग की जमीन पर दोबारा अतिक्रमण हो गया है. इसको लेकर बुधवार को फिर अभियान चला कर उन्हें हटाया जायेगा. पार्किग की जमीन पर दोबारा अतिक्रमण न लगे. इसकी जिम्मेवारी स्थानीय थाने की है.
जय सिंह, नगर आयुक्त, पटना नगर निगम

Next Article

Exit mobile version