ट्वीट पर नीतीश ने फिर दी सफाई, कहा राजद से गंठबंधन है और आगे भी यह जारी रहेगा
पटना : जदयू-राजद गंठबंधन पर ट्वीट पर फिर उठे सवाल पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फिर सफाई दी है. बुधवार को दिल्ली से पटना पहुंचने के बाद एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ट्वीट में मैंने जेनरल सेंस में कहा था कि गंठबंधन समय की मांग है. यह पुरानी बात हो गयी है. जदयू-राजद के […]
पटना : जदयू-राजद गंठबंधन पर ट्वीट पर फिर उठे सवाल पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फिर सफाई दी है. बुधवार को दिल्ली से पटना पहुंचने के बाद एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ट्वीट में मैंने जेनरल सेंस में कहा था कि गंठबंधन समय की मांग है. यह पुरानी बात हो गयी है. जदयू-राजद के बीच गंठबंधन हुआ है. अब उस गंठबंधन धर्म का हम मजबूती से पालन करेंगे. राजद के साथ गंठबंधन है और आगे भी जारी रहेगा.
उन्होंने कहा कि विकास का जो एजेंडा है, वह नहीं रुकेगा और हम बिहार में न्याय के साथ विकास करेंगे. साथ ही कानून का राज स्थापित है और आगे भी रहेगा. सीएम नीतीश कुमार ने ‘बढ़ चला बिहार’ कार्यक्रम के प्रचार-प्रसार पर पटना हाइकोर्ट की रोक पर कहा कि यह न्यायालय का मामला है. इसमें टिप्पणी नहीं की जाती. इसका पहले अध्ययन किया जाता है और इसके बाद कोर्ट में ही जवाब दिया जाता है. बाहर कुछ नहीं कहा जाता. उन्होंने कहा कि न्यायालय के फैसले का अनुपालन होगा. जब भी बात सरकार को लगेगी, वह अपनी बात कोर्ट में ही कहेगी.
बिहार सम्मान सम्मेलन करेंगे नीतीश
नयी दिल्ली : विधानसभा चुनाव के पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार देश भर में प्रदेश के निवासियों तक पहुंचने के लिए ‘बिहार सम्मान सम्मेलन’ करेंगे.जदयू के महासचिव केसी त्यागी ने बताया, नीतीश कुमार देश के सभी हिस्सों में रह रहे प्रवासी बिहारियों से ‘बिहार सम्मान सम्मेलन’ के जरिये जुड़ेंगे, जिनका आयोजन देश भर में किया जायेगा. दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और गुवाहाटी जैसे मुख्य शहरों में आयोजित होनेवाले सम्मेलनों में नीतीश खुद भाग लेंगे.
त्यागी ने दावा किया कि बिहार के बाहर रह रहे लोग ‘‘नीतीश कुमार सरकार की उपलब्धियों से गौरवांन्वित हैं और मुख्यमंत्री के साथ भावनात्मक रूप से जुड़े हुए हैं. बिहार के लोग बड़ी संख्या में मेट्रोपॉलिटन शहरों में रहते हैं और छठ तथा दीवाली जैसे महत्वपूर्ण त्योहारों पर घर जाते हैं.
प्रदेश के ऐसे निवासियों की बहुत बड़ी संख्या है, जो अभी भी बिहार में बतौर मतदाता पंजीकृत हैं. पार्टी सूत्रों ने बताया, नीतीश की योजना एक अगस्त को प्रवासी बिहारी सम्मान पुरस्कार-2014 के जरिये दिल्ली-एनसीआर में बसे बिहारी मूल के लोगों से जुड़ने की थी, लेकिन उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के निधन के शोक में कार्यक्रम रद्द कर दिया है. उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय शोक समाप्त होने के बाद कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा. सूत्रों ने बताया कि इस अवसर पर नीतीश बिहार फाउंडेशन की दिल्ली शाखा का भी उद्घाटन करेंगे.