पत्नी ने प्रेमी के सहयोग से किया जानलेवा हमला

पटना : पत्रकार नगर थाने के हनुमान नगर के सेक्टर में पुलिस ने छापेमारी कर पत्नी रुपम व उसके प्रेमी विक्रम को पकड़ लिया. इन दोनों ने मिल कर पति राघव झा पर जानलेवा हमला किया था और हसुआ से सिर पर प्रहार किया था. हसुआ का कोना राघव की आंख में लगा. यह घटना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 31, 2015 2:05 AM
पटना : पत्रकार नगर थाने के हनुमान नगर के सेक्टर में पुलिस ने छापेमारी कर पत्नी रुपम व उसके प्रेमी विक्रम को पकड़ लिया. इन दोनों ने मिल कर पति राघव झा पर जानलेवा हमला किया था और हसुआ से सिर पर प्रहार किया था. हसुआ का कोना राघव की आंख में लगा. यह घटना बुधवार की है. राघव ने इसकी जानकारी एसएसपी को दी. दोनों को जेल भेजा गया.
राघव झा अपनी पत्नी रुपम व दो छोटी बेटियों के साथ हनुमान नगर में रहता है. वह मंद बुद्धि का है. उसकी पत्नीरुपम मेस चलाती थी. हनुमान नगर के एमबीए की पढ़ाई कर रहा छात्र विक्रम मेस में खाना खाने आता था. इसी बीच दोनों में प्रेम हुआ.
पटना : सूरत नगर निगम की तरह पटना नगर निगम ने भी भले ही रात में सफाई व्यवस्था लागू कर दी,लेकिन अधूरी तैयारियों के कारण व्यवस्था कारगर नहीं हो सकी. नूतन राजधानी अंचल के बाद बांकीपुर अंचल में गुरुवार की रात से सफाई अभियान की शुरुआत हुई. बांकीपुर अंचल में 20 सफाई मजदूरों को तैनात किया गया है.
इधर, संसाधनों की कमी के कारण कंकड़बाग और पटना सिटी अंचलों में व्यवस्था शुरू नहीं हो सकी है. कंकड़बाग अंचल नगर आयुक्त के आदेश का इंतजार कर रहा है.
अंचल के अधिकारी कहते हैं कि कार्ययोजना बनाने का निर्देश मिला था. कार्ययोजना तैयार कर मुख्यालय को उपलब्ध करा दिया है. साथ ही अतिरिक्त संसाधनों की मांग भी की गयी है. जब आदेश के साथ-साथ अतिरिक्त संसाधन उपलब्ध हो जायेगा, तो सफाई शुरू हो जायेगी.
सिर्फ कागजी काम
निगम क्षेत्र की सफाई को लेकर कई कार्ययोजनाएं बनीं. सुबह 5:30 बजे से 10 बजे तक चारों अंचलों से कचरे का उठाव कर लेना है. इसके बाद कचरे का उठाव नहीं होगा. रात में 10:00 बजे के बाद से कूड़ा प्वाइंट से कचरे का उठाव होना है. निर्धारित समय के बाद कचरा फेंकने वालों से जुर्माना वसूल करने का प्रावधान है.
इनमें एक भी शत-प्रतिशत लागू नहीं हो सकी. दिन में सफाई के लिए कर्मी हैं, लेकिन रात के लिए अभी पुख्ता व्यवस्था नहीं है. सफाई कार्य के लिए ट्रैक्टर,झाड़ू व बेलचा संसाधनों की जरूरत थी. इनकी व्यवस्था नहीं हो सकी.
नूतन राजधानी अंचल में दिन के सफाईकर्मी से ही रात में काम लिया जा रहा है. कंकड़बाग अंचल ने 60 मजदूरों के साथ ट्रैक्टर की मांग की, जिसे अब तक उपलब्ध नहीं कराया गया है.

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