पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को विशेष राज्य के दज्रे पर केंद्र सरकार पर जम कर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर केंद्र सरकार बिहार की जनता के साथ धोखा कर रही है.केंद्र सरकार की नीयत ही साफ नहीं है. वह लोगों को धोखे में रखना चाहती है. यह बिहार के साथ क्रूर मजाक है. जनता को यह समझ लेना चाहिए. बिहार विधानमंडल की कार्यवाही के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकसभा चुनाव के समय बार-बारकहा गया कि विशेष राज्य का दर्जा देंगे.
विशेष सहायता, विशेष अटेंशन (ध्यान) देने की भी बात की गयी. कहा गया कि सरकार बनी, तो बिहार उनकी पहली प्राथमिकता होगा. सरकार बने 15 महीने बीत गये हैं, लेकिन अब तक कोई ध्यान नहीं दिया है. अब तो संसद से घोषणा भी कर दी है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने का कोई प्रस्ताव ही नहीं है.
नीतीश कुमार कहा कि विशेष राज्य के दर्जे के लिए हमने कई चिट्ठियां लिखी हैं. हम प्रधानमंत्री, केंद्रीय वित्त मंत्री से मिल चुके हैं. सर्वदलीय बैठक में जो सहमति बनी, उससे भी अवगत कराया जा चुका है.
नीति आयोग ने भी इस पर सहमति जतायी है. बावजूद इसके सरकार अब न तो विशेष राज्य का दर्जा दे रही है और न ही विशेष पैकेज. पिछले दिनों प्रधानमंत्री ने कहा कि बढ़ा कर पैकेज देंगे, लेकिन अब देखना है कि इसमें कोई नयी चीज होती है या फिर पुराने ही पैकेज की पैकेजिंग की जाती है. प्रधानमंत्री ने पॉलिटिकल प्लेटफॉर्म से विशेष पैकेज की घोषणा करने की बात की है.
राज्य सरकार को इसके लिए आने की जरूरत नहीं यह भी कहा गया है. बिहार को विशेष दज्रे का क्या हश्र हुआ? सबके सामने है. अब देखना है कि पैकेज का क्या होता है. केंद्र सरकार की नीयत है कि विशेष पैकेज के जरिये विधानसभा चुनाव में बिहार की जनता से लाभ लें. लोकसभा चुनाव के समय तो जो वादा किया, उस पर अमल नहीं किया, अब और लाभ लेने की बात कर रहे हैं.
उन्हें कोई लाभ नहीं मिलनेवाला है. मुख्यमंत्री ने कहा कि विधानसभा चुनाव में भाजपा द्वारा लोकसभा चुनाव में क्या-क्या वादे किये गये थे और उनका क्या हुआ, उसके ऑडियो सुनाये जायेंगे. बिहार के हर लोगों तक इस बात को पहुंचायी जायेगी.
सुविधा एक्सप्रेस रुकवा कर किया बिहार के साथ मजाक
मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्घाटन के बाद पटना-मुंबई सुविधा एक्सप्रेस को रुकवा कर केंद्र सरकार ने बिहार के साथ बड़ा ही भद्दा मजाक किया है. ट्रेन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हरी झंडी दिखाते हैं और बाद में इसे बंद कर दिया जाता है, इससे बड़ा और क्या मजाक हो सकता है.
यह ट्रेन अब ऑन डिमांड होगा, जबकि इसे रेगुलर होना चाहिए था. लोग अब डिमांड करेंगे और लोगों की उतनी संख्या होगी, तभी यह ट्रेन चलेगी. यह तो वही बात हो गयी कि लोग ट्रेन की टिकट कटाने में कतार (क्यू) में खड़े होते थे, अब ट्रेन चलाने के लिए लोगों को क्यों लगाना होगा.
भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा और उनकी पत्नी पूनम सिन्हा के जदयू में शामिल होने की चर्चा पर मुख्यमंत्री ने कहा कि शत्रुघ्न सिन्हा बिहार के गौरव है. उच्च कोटि के कलाकार हैं. उन्हें लोकतंत्र में विश्वास है और वे अपनी बेबाक राय रखते हैं.
उनसे हमलोगों का व्यक्तिगत संबंध है. जदयू में शामिल होने पर उनसे राजनीतिक रूप से किसी तरह की बात नहीं हुई है. वे जिस दल में रहे, हम सब उनकी कद्र करते हैं. उनकी बिहार में बड़ी इज्जत है और उनकी अपनी एक बड़ी शख्सीयत हैं.