गंठबंधन का नेता मैं हूं, मेरे काम पर ही जनता को करना है फैसला : नीतीश
पटना :मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस बार उनके ट्वीटर पर मीडिया जगत के ही कई लोगों ने सवाल-जवाब किये, जिसका उन्होंने बेबाकी से जवाब दिया. सबसे ज्यादा प्रश्न प्रधानमंत्री का उनके डीएनए पर की गयी टिप्पणी से जुड़ा आया. इसके जवाब में सीएम ने यू-ट्यूब का एक वीडियो अपलोड करते हुए कहा है कि उनकी […]
पटना :मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस बार उनके ट्वीटर पर मीडिया जगत के ही कई लोगों ने सवाल-जवाब किये, जिसका उन्होंने बेबाकी से जवाब दिया. सबसे ज्यादा प्रश्न प्रधानमंत्री का उनके डीएनए पर की गयी टिप्पणी से जुड़ा आया. इसके जवाब में सीएम ने यू-ट्यूब का एक वीडियो अपलोड करते हुए कहा है कि उनकी टिप्पणी मेरे डीएनए से जुड़ी हुई थी, जिसे हर कोई देख सकता है. उन्होंने कहा कि इससे मुङो काफी दुख हुआ है. परंतु जब उनका फिर से बिहार आने का कार्यक्रम बना है, तो ऐसे में यह एकदम उचित समय है, जब वे अपने शब्दों को वापस ले लें. यह मेरे लिए चुनवी मुद्दा नहीं है. यह ‘बिहारी अस्मिता’ का सवाल है. माफीनामा नहीं, हम शब्द वापसी चाहते हैं.
पीएम बिहारवासियों के बारे में प्रतिकूल सोचते हैं : उन्होंने कहा कि पीएम बिहारियों के बारे में प्रतिकूल सोचते हैं. उन्होंने बीबीसी के पूछे सवाल पर कहा कि चुनाव में जनसंपर्क के तौर-तरीके एक जैसे दिख सकते हैं, लेकिन महत्वपूर्ण बात उसके पीछे की सोच, दृष्टि और माध्यम है. नरेंद्र मोदी को भोज पर नहीं बुलाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैंने इसके समय में बदलाव किया था और दूसरी बार उन्होंने डिनर को रद्द किया था, न कि मैंने. अगर यह इतना ही बड़ा मुद्दा था, तो 2010 में उन्होंने मेरे नेतृत्व में चुनाव लड़े था.
राजद के साथ गंठबंधन में किसी तरह की समस्या नहीं : उन्होंने अपने ट्विटर एकाउंट में कार्यालय में बैठकर कागजों को देखते हुए एक फोटो भी पोस्ट की है. जाति पर पूछे सवाल के जवाब में कहा कि यह भारतीय समाज की सच्चई है और बिहार इस मामले में दूसरे राज्यों से अलग नहीं है. लालू के साथ अपने गंठबंधन पर कहा कि मैं इस गंठबंधन में किसी तरह की समस्या नहीं देखता हूं. यह राजनीतिक प्रक्रिया है और यह अन्य दूसरे गंठबंधनों की तरह ही है. यह चुनाव पूरी तरह से मेरे ट्रैक रिकॉर्ड और मेरी नीतियों पर जनमत संग्रह होगा. यह मैं पूरी तरह से जनता पर छोड़ता हूं. संकोच बीजेपी को है, जिन्होंने अभी तक अपना नेता घोषित नहीं किया है.
अपनी वो जाने, यह मेरा स्वभाव नहीं : एक चैनल के वरिष्ठ पत्रकार ने उनसे पूछा कि क्या आपको लगता है कि प्रधानमंत्री आपको व्यक्तिगत रूप से टारगेट करते हैं? जबाव में सीएम ने कहा, अपनी वो जाने, किसी को व्यक्तिगत तौर पर टारगेट करना मेरा स्वभाव नहीं है.
पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के सवाल पर कहा कि मैंने उन्हें सीएम बनाने की जिम्मेवारी ली है, जिसके लिए मैं सार्वजनिक रूप से माफी भी मांग चुका हूं. उन्हें हटाना पार्टी का सामूहिक निर्णय था. आप अहंकारी हैं के सवाल पर नीतीश कुमार ने कहा, ऐसा आरोप लगाने वाले के बारे में देश और दुनिया जानती है. ‘आप खुद को चंदन मानते हैं, जहर भी बेअसर है, फिर डीएनए संबंधी बयान पर नाराजगी क्यों के जवाब में नीतीश ने कहा-क्योंकि चंदन और जहर मेरे संबंध में था और डीएनए वाला वक्तव्य बिहार की जनता के संदर्भ में है. बिहार में हो रहे जातिगत सम्मेलनों में जाने पर उन्होंने कहा कि पिछले कई सालों से मैं किसी जातिगत सम्मेलन में नहीं गया हूं. पिछले दो महीनों में इन सम्मेलनों में कौन शिरकत कर रहा है, इसकी जानकारी आपको मुझसे बेहतर है. सीएम ने अंत में सभी को 500 से ज्यादा सवाल पूछने के लिए धन्यवाद भी दिया है.