कानून व्यवस्था व किसान समस्या पर हंगामा
सदन में उठा भाजपा नेता की हत्या का मामला, वेल में आया विपक्ष पटना : बिहार विधानसभा में विभिन्न कर्मचारी संघों की मांगों और भाजपा नेता की हत्या को लेकर हंगामा हुआ. भाजपा सदस्यों के वेल में आने और शोरगुल के कारण विधानसभा की पहली पाली की कार्यवाही दो मिनट में ही सिमट गयी. वेल […]
सदन में उठा भाजपा नेता की हत्या का मामला, वेल में आया विपक्ष
पटना : बिहार विधानसभा में विभिन्न कर्मचारी संघों की मांगों और भाजपा नेता की हत्या को लेकर हंगामा हुआ. भाजपा सदस्यों के वेल में आने और शोरगुल के कारण विधानसभा की पहली पाली की कार्यवाही दो मिनट में ही सिमट गयी. वेल में भाजपा विधायकों के साथ जदयू के बागी विधायकों भी चले आये थे.
हंगामा को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने सदन की कार्यवाही को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी. विधानसभा में भाजपा नेता अविनाश कुमार की हत्या का मामला भी गूंजा. गुरुवार को सदन की कार्यवाही आरंभ होने के बाद जैसे ही विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने प्रश्नोत्तर काल की सूचना दी.
विपक्ष के नेता नंद किशोर यादव अपनी सीट पर खड़ा होकर बोलने लगे. इधर भाजपा के अधिसंख्य विधायक वेल में आकर हंगामा करने लगे. उनके साथ जदयू के बागी विधायक भी थे. विपक्ष के नेता ने सदन को बताया कि भाजपा सदस्यों द्वारा कार्यस्थगन लाया गया है.
पहले सरकार विभिन्न कर्मचारी संघों की हड़ताल और भाजपा नेता अविनाश कुमार की हत्या पर चर्चा कराये. सदन के लिए इससे महत्वपूर्ण अन्य विषय नहीं हो सकता. विपक्ष के हंगामे को देखते हुए अध्यक्ष ने सभी सदस्यों को अपने-अपने स्थान पर जाने का आग्रह किया. विपक्ष के सदस्य वेल में हंगामा करते रहे तो अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को दो बजे दिन तक के लिए स्थगित कर दिया.
दूसरी पाली में भी हत्या पर हंगामा, बहिष्कार
पटना के दलदली रोड में भाजपा पटना जंक्शन मंडल के महामंत्री अविनाश की दिन दहाड़े हुई हत्या की घटना को ले कर गुरुवार को विधान सभा में भाजपा ने जम कर हंगामा किया. विधान सभा की द्वितीय पाली जैसे ही शुरू हुई प्रतिपक्ष के नेता नंद किशोर यादव ने घटना पर मुख्यमंत्री से सदन में जवाब देने की मांग कर दी.
जब उनकी बात अनसुनी कर दी गयी, तब भाजपा के सभी विधायक वेल में आ कर हंगामा करने लगे. भाजपा विधायकों के हंगामे के कारण सदन की कार्रवाई एक बार स्थगित करनी पड़ी. देर शाम को जब सदन की कार्रवाई पुन: शुरू हुई, तो भाजपा विधायक पुन: हंगामा करने लगे और सदन से वाक आउट कर गये.
विधान सभा की कार्यवाही शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष नंद किशोर यादव ने अविनाश हत्याकांड पर सरकार से जवाब मांगना शुरू कर दिया. उन्होंने कहा कि सदन में इस पर मुख्यमंत्री जवाब दें.
विपक्ष के इस हंगामे के बीच जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि सरकार इस पर कल सदन में जवाब देगी. उनके इतना कहते ही, विपक्ष और उग्र हो गया और सरकार के खिलाफ वेल में नारे लगाने लगा. इस बीच जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी ने कृषि विभाग की अनुपूरक मांगें पेश कर दी, किंतु उनकी बात नहीं सुनी गयी. इस बीच नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मंत्री नाहक किसान हितों की दुहाई दे रहे हैं.
आये दिन किसानों की हत्या हो रही है. अपराधियों की गोली का शिकार हुआ अविनाश भी किसान पुत्र ही था. उन्होंने कहा कि किसानों के नाम पर सदन में सरकार झूठ का पुलिंदा पेश कर रही है. वे बार-बार हत्यारों को गिरफ्तार करने और सदन में मुख्यमंत्री से घटना को ले कर जवाब देने की मांग करते रहें. जब भाजपा विधायकों की बातें नहीं सुनी गयी़, तो वे सदन से वाक आउट कर गये.
सभापति ने धरना समाप्त कराया
विधान परिषद में सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलने देने की मांग को लेकर जदयू विधान पार्षद राणा गंगेश्वर सिंह व मंजर आलम धरना पर बैठे. जदयू सदस्यों ने कहा कि प्रश्नकाल, शून्यकाल व गैर सरकारी संकल्प पर किसी पक्ष का बाधा या बहिष्कार नहीं होना चाहिए. वे विधान परिषद के सामने स्थित बगीचा में धरना पर बैठे.
लगभग दो घंटे तक वहां बैठे रहे. इसके बाद सभापति अवधेश नारायण सिंह ने धरना पर बैठे जदयू सदस्यों का धरना समाप्त कराया. उन्होंने आश्वस्त कराया कि सदन की कार्यवाही सुचारू चलने के लिए सदस्यों से आग्रह किया जायेगा. सभापति के साथ उप सभापति हारूण रशीद व अन्य सदस्य शामिल थे.
बाद में जदयू सदस्य राणा गंगेश्वर सिंह ने कहा कि प्रश्न, गैर सरकारी संकल्प, शून्यकाल में सत्ता व विपक्ष दोनों पक्ष का प्रश्न होता है. सभी प्रश्न आम जनता से जुड़ी होती है.
बड़ी मुस्तैदी व परिश्रम से प्रश्न विचार के लिए स्वीकृत होता है. वह भी विरोध व बहिष्कार के कारण रद्द हो जाता है. उन्होंने कहा कि प्रश्नकाल, शून्यकाल व गैर सरकारी संकल्प पर किसी पक्ष का बाधा या बहिष्कार नहीं होना चाहिए. अगर संभव हो तो इसके लिए कानून बनाना चाहिए.
जदयू विधायकों ने किया नुक्कड़ नाटक
पटना : विधानसभा परिसर में गुरुवार को रोज की तरह नारेबाजी से हटकर जदयू विधायकों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर नुक्कड़ नाटक किया. इसका नेतृत्वकर्ता व सूत्रधार थे विधायक मंजीत सिंह.
जदयू के दर्जनभर विधायक कार्यवाही आरंभ होने के आधे घंटे पूर्व पोर्टिको के बाहर के परेड ग्राउंड में एकत्र हो गये. विधायक काले सूट व कपड़े में आये थे. विधायक मंजीत सिंह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रोल में थे. उनके साथ जदयू के विधायक रत्नेश सदा अमित शाह की भूमिका निभायी. इस मौके पर जदयू विधायकों में सतीश यादव, ऋषि मिश्र, दाउद अली, पूनम देवी यादव सहित अन्य विधायक मौजूद थे.
विधायक मंजीत सिंह ने लोकसभा चुनाव के दौरान बिहार की जनता से किये गये वायदों को दोहराया. उन्होंने कहा कि भाइयों और बहनों जब भाजपा की सरकार बनेगी तो विदेशों में जमा कालाधन एक माह के अंदर वापस लाया जायेगा. विदेशों से आया कालाधन हर भारतीय के खाते में 15-15 लाख जमा कराया जायेगा.
जदयू के विधायकों ने जनता की ओर से सवाल किया कि कालाधन कब आयेगा. महंगाई कब दूर होगी. प्रधानमंत्री का रोल कर रहे मंजीत सिंह ने कहा कि यह जुमला था. बस क्या था पब्लिक के रूप में उनके उपर जनता का प्रहार होने लगा.
किसानों की बदहाली को लेकर भाजपा सदस्यों ने किया हंगामा
पटना : विधान परिषद में चौथे दिन भी पहली पाली की कार्यवाही हंगामे की भेंट चढ़ गयी. गुरुवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा सदस्यों ने किसानों की समस्याओं को लेकर प्रदर्शन किया. भाजपा सदस्यों का आरोप था कि राज्य सरकार ने न ही किसानों की धान और गेहूं की खरीद की है और न ही गन्ना किसानों के बकाये का भुगतान किया है.
किसानों की बदहाली के लिए राज्य सरकार को जिम्मेवार ठहराते हुए भाजपा के सदस्यों ने नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग की. हंगामे के बीच मुश्किल से चार से पांच मिनट सदन की कार्यवाही चलने के बाद सभापति अवधेश नारायण सिंह ने सदन की कार्यवाही ढाई बजे तक के लिए स्थगित कर दी.
इसके पूर्व हंगामे के बीच विधायी कार्य निबटाये. प्रभारी मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव, राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह और शिक्षा मंत्री पीके शाही ने पूर्व के वित्तीय वर्ष का वार्षिक प्रतिवेदन सदन के पटल पर रखा. विप के मुख्य द्वार पर पक्ष-विपक्ष ने नारेबाजी की. भाजपा के सत्येंद्र नारायण कुशवाहा ने कहा कि राज्य के किसान बदहाल हैं.
किसानों को डीजल अनुदान नहीं मिल रहा है. जदयू के नीरज कुमार ने कहा कि पीएम ने बिहार में बाढ़ की समस्या का स्थायी समाधान की घोषणा किये थे. दो-दो बार नेपाल गये पर बाढ़ की समस्या को दूर करने के लिए कोई बात नहीं किये.
न्होंने कहा कि केंद्र सरकार उद्योगपतियों को डेढ़ से दो प्रतिशत पर बैंक कर्ज देती है, पर किसानों को 12 प्रतिशत सूद पर कर्ज देती है. उन्होंने कहा कि किसान की आत्महत्या को प्रेम प्रसंग में आत्महत्या बताने वाली भाजपा किसानों के साथ भद्दा मजाक कर रही है.
हंगामे के बीच पारित हुए तीन विधेयक
पटना : भोजनावकाश के बाद सदन की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई भाजपा सदस्यों ने भाजपा नेता अविनाश कुमार की हत्या की घटना के बारे में सरकार से विस्तृत जानकारी की मांग करने लगे.
इस बीच सभापति अवधेश नारायण सिंह ने सरकार से विधेयक प्रस्तुत करने को कहा. शिक्षा मंत्री पीके शाही ने बिहार राज्य विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक 2015 व आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक 2015 बारी-बारी से प्रस्तुत किया. दोनों विधेयक बिना किसी चर्चा व किसी संशोधन के पारित हुआ. इसके बाद पंचायत राज मंत्री विनोद प्रसाद यादव ने बिहार पंचायतराज (संशोधन) विधेयक 2015 प्रस्तुत किया.
हंगामा के दौरान वह विधेयक भी पारित हो गया. कार्यवाही शुरू होने के साथ ही नेता प्रतिपक्ष सुशील मोदी ने कहा कि बाकरगंज में सुबह में पार्टी के प्रमुख नेता अविनाश कुमार की अपराधियों ने हत्या कर दी है.
राज्य में अपराधियों का मनोबल बढ़ गया है.सीएम पूरी घटना के बारे में वक्तव्य दे. हत्यारे की गिरफ्तारी के साथ मृतक के परिजन को मुआवजा मिले. राज्य के अंदर हत्या, डकैती, बलात्कार आदि घटनाएं बढ़ी हैं. बाद में संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने सरकार वक्तव्य देने के लिए तैयार है. शुक्रवार को समय निर्धारित किया जाये.
मंत्री के जवाब से असंतुष्ट भाजपा सदस्य सरकार विरोधी नारा लगाते हुए वेल में पहुंच गये. सदन में हंगामे के बीच तीन विधेयक पारित हुआ. इसके बाद सदन की कार्यवाही शाम साढ़े पांच बजे तक स्थगित हो गयी. भोजनावकाश के बाद सदन लगभग 15 मिनट चला.