PM पर नीतीश का वार, गुजरात में जो हुआ लगता है वह उसे भूल गये
पटना: नीतीश कुमार ने नरेंद्र मोदी द्वारा किये गये हमले का जवाब सिलसिलेवार तरीके से प्रेस कॉन्फ्रेंस करके दिया. उन्होंने, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किये गये एक- एक सवाल का जवाब दिया. नीतीश ने प्रधानमंत्री के बीमारू राज्य कहने पर कडीआपत्ति जतायी और कहा, शायद उन्हें पता नहीं कि बिहार को अब बीमारू राज्य नहीं […]
पटना: नीतीश कुमार ने नरेंद्र मोदी द्वारा किये गये हमले का जवाब सिलसिलेवार तरीके से प्रेस कॉन्फ्रेंस करके दिया. उन्होंने, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किये गये एक- एक सवाल का जवाब दिया. नीतीश ने प्रधानमंत्री के बीमारू राज्य कहने पर कडीआपत्ति जतायी और कहा, शायद उन्हें पता नहीं कि बिहार को अब बीमारू राज्य नहीं कहा जाता. उन्होंने दो राज्यों का उदाहण दिया. राजस्थान और मध्यप्रदेश . उन्होंने कहा कि राजस्थान अभी बीमारू राज्य से बाहर निकला है लेकिन उसके लिए दोषी कौन था. नीतीश ने टि्वटर पर लिखा है जनता के दमन और उत्पीड़न के सन्दर्भ में वाजपेयी जी द्वारा 2002 में आपको राजधर्म निभाने की नसीहत से पूरा देश वाकिफ है.
उन्होंने कहा, बिहार में अगर भाजपा का शासन होगा तो विकास करेगा. इसका मतलब अगर यहां किसी और का शासन होगा तो आप मदद नहीं करेंगे. साफ है कि आप धमका रहे हैं. आज उन्होंने जद यू को भी नाम दे दिया है. हमने जनता का दमन और उत्पीड़न कहा हुआ जरा वो बताये. हमारे कार्यकाल में जो उपलब्धियां हुई है उसे नकार दिया है. हमारे 10 साल के कामकाज से उन्होंने अपने आप को अलग कर दिया है.
2002 में गुजरात में जो हुआ लगता है वह उसे भूल गये हैं. उन्हें जो नसीहत मिली वैसी नौबत तो हमारे यहां नहीं आयी. जेल को सुधारगृह माना जाता है. इसके लिए बहुत कोशिश की जा रही है. आपको( प्रधानमंत्री जी) पता होगा कि जेल में योग भी सिखाया जाता है. आपने अपनी राय को प्रकट कर दिया कि जेल में लोग और बहुत ज्यादा बिगड़ जाते हैं. आपने अपने घर में नहीं देखा. आपने भाजपा की जिम्मेदारी ऐसी व्यक्ति को दी है जो जेल यात्रा से होकर लौटा है. आपने उन्ही गुणों को देखते हुए उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी होगी.
इनका सबकुछ टि्वटर पर कहते भी टि्वटर पर और सुनते भी हैं टि्वटर पर. सरकार भी टि्वटर पर चलाते हैं. गया को जिनकी कर्मभूमि करार दिया कह देते कि उन्ही के बल पर भाजपा बिहार में चुनाव लड़ेगी. गया में कितने विदेशी पर्यटक आ रहे हैं यह आकड़ा देख लेना चाहिए फिर बात करनी चाहिए. गोवा से भी ज्यादा पर्यटक गया में आते हैं. पहले आकड़ों को देख लें. पहले की तुलना में काफी सुविधाएं बढ़ी है.
नीतीश ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, दिल्ली से विकास की गंगा चल रही है. लेकिन दिल्ली से तो कोई विकास की गंगा नहीं चली. वो कहते हैं यहां के लोग उलटा लोटा लिये हुए हैं. हम तो दिल्ली में उनसे मिले और सारी बातें कही. हमें तो योजनाओं के लिए मदद नहीं मिल रही. हमारे विशेष राज्य के दर्जा को भी उन्होंने रोक कर रखा है और कहते हैं उल्टा लोटा लिए हुए हैं.मुजफ्फरपुर के भाषण के बाद भी हम उन्हें विदा करने के लिए गये कहां उल्टा लोटा.नीतीश कुमार ने कहा, प्रधानमंत्री जो कह रहे हैं वो कर नहीं रहे हैं.
बिहार के बगैर किसी का काम नहीं चलने वाला. देश के इतने बड़े नेता के मुंह से शोभा नहीं देता. आप जो पार्टियों का उदाहण दे रहे हैं उनका एक उदाहरण तो दीजिए. आपने एक भाजपा नेता की मौत का उदाहरण दे दिया. उसके बाद पटना पुलिस ने जो तेजी दिखायी वो नहीं देखा.प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने बिजली नहीं देने पर वोट ना मांगने पर भी सफाई दी औऱ अपना पूरा बयान सुनाया.
नीतीश नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए कहा, प्रधानमंत्री ने कहा, आप एक कदम चलिये हम सवा कदम करेंगे. अरे ये सवा कदम क्या होता अगर वो कहते आप एक कदम चलिये हम दो कदम चलेंगे तो बात थी ये सवा कदम क्या होता है सवा कदम का क्या मतलब कितना चलेंगे.
मोदी जी ने कहा कि पिछले 25 बरस में कुछ नहीं किया. यहाँ रोजाना BJP के नेता पिछले दस सालों के विकास का श्रेय लेने की कोशिश में हैं.अब ये बताएं कि कौन सही है. बड़े मोदी या छोटे मोदी?दो बरस से बिहार की जनता के प्यार और समर्थन को ब्याज के साथ लौटने की बात कर रहे हैं.पिछले डेढ़ साल से प्रधानमन्त्री हैं, ब्याज तो छोड़िये, मूल धन का भी पता नहीं
मुझे उम्मीद थी कि वो बिहार के डीएन वाला बयान वापस लेंगे लेकिन उन्होंने उस पर कोई बात नहीं की.इससे पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने परिवर्तन रैली में हुए हमले का जवाब ट्वीट करके दिया है. नीतीश ने टि्वटर पर लिखा है जनता के दमन और उत्पीड़न के सन्दर्भ में वाजपेयी जी द्वारा 2002 में आपको राजधर्म निभाने की नसीहत से पूरा देश वाकिफ है. पहले DNA, अब बिहार को बीमारू और बिहारवासियों को दुर्भाग्यशाली बता कर मोदी जी बिहार वासियों के प्रति अपने पूर्वाग्रह को साबित कर रहे हैं. आपने कहा, जेल से व्यक्ति बुराइयाँ लेकर आता है. कृपया बताएं कि जेल से निकले आपकी पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह जी कौन सी बुराइयाँ लेकर आयें है?
नीतीश के साथ लालू भी मोदी के हमले का जवाब देने में पीछे नहीं रहे हैं उन्होने ट्वीट किया, जो जंगलराज-2 का डर दिखाते हैं वो ख़ुद मंडलराज-2 से घबराए हुए हैं. यह मंडलराज-2 Vs कमंडलराज होगा.PM ज़रा अपने सवा साल के कार्यकाल के बारे में भी कुछ बोलें . बिहार के लिए क्या किया यह बताएं ?? भूतकाल के भूत ना बनें, आगे देखें ! लालू यादव उस कुल से आता है जो जिसके देवता ने जेल में जन्म लिया और जेल से छूटकर अन्यायी, पापी, ढोंगी कंस का वध किया.PM अपने मित्र Amit Shah से पूछें कि जेल से उन्होंने झूठ-फरेब, दुष्प्रचार, जुमले और लोगों को बाँटने के अलावा क्या सीखा ??