लालू का वार, पीएम का मानसिक संतुलन होता जा रहा है खराब

पटना : राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने चारा घोटाले में दोषी ठहराये जाने पर अपने उपर चुटकी लेते हुए प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी के यह कहे जाने कि जो व्यक्ति जेल जाते हैं अच्छी चीज नहीं बुरी-बरी चीजें सीख कर तथा बुराईयां लेकर आते हैं, उन पर पलटवार करते हुए रविवार को कहा पीएम अपने मित्र […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 9, 2015 9:23 PM

पटना : राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने चारा घोटाले में दोषी ठहराये जाने पर अपने उपर चुटकी लेते हुए प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी के यह कहे जाने कि जो व्यक्ति जेल जाते हैं अच्छी चीज नहीं बुरी-बरी चीजें सीख कर तथा बुराईयां लेकर आते हैं, उन पर पलटवार करते हुए रविवार को कहा पीएम अपने मित्र अमित शाह से पूछें कि जेल में उन्होंने झूठ-फरेब, दुष्प्रचार, जुमले और लोगों को बांटने के अलावा क्या सीखा? इसके साथ ही उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के नजदीक आने के साथ ही पीएम मोदी का मानसिक संतुलन खराब होता जा रहा है.

लालू ने ट्विट कर मोदी से कहा है प्रधानमंत्री अपने मित्र अमित शाह से पूछें कि जेल में उन्होंने झूठ-फरेब, दुष्प्रचार, जुमले और लोगों को बांटने के अलावा क्या सीखा? उन्होंने आरोप लगाया देश के प्रधानमंत्री मोदी जैसे-जैसे बिहार विस का चुनाव नजदीक आ रहा है, उनका मानिसक संतुलन खराब होता जा रहा है. लालू ने आरोप लगाया प्रधानमंत्री की गरिमा और स्तर को इतना गिरा दिया उन्होंने कि लोग मजाक के रु प में देख रहे हैं.

राजद प्रमुख ने मोदी पर अपना प्रहार जारी रखते हुए कहा जो जंगलराज-2 का डर दिखाते हैं वो खुद मंडलराज-2 से घबराये हुये हैं. आगामी सितंबर-अक्तूबर में संभावित बिहार विधानसभा के बारे में लालू ने कहा कि यह मंडलराज-2 वर्सेज कमंडलराज होगा. उन्होंने कहा प्रधानमंत्री मोदी अपने करीब सवा साल के कार्यकाल के बारे में भी कुछ बोलें, बिहार के लिये क्या किया वह बतायें. भूतकाल के भूत का ना बनें, आगे देखें. लालू अपने बारे में कहा वे उस कुल से आता है जिसके देवता ने जेल में जन्म लिया और जेल से छुटकर अन्यायी, पापी, ढोंगी और कंस का वध किया.

इससे पहले उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी को याद नहीं है, तत्कालीन पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने उन्हें बताया था कि राजधर्म भी कोई चीज होती है. कालिया नाग के बारे में लालू ने कहा कि हम उस कुल से आते हैं जिसके देवता ने जेल में जन्म लिया था और कंस का वध किया था. हिंदू धर्म की व्याख्या करने वाले बताते हैं कि गया में लोग पिंडदान के लिए आते हैं. क्या मोदी गया में पुरखों का पिंडदान देने आये हैं. पिंडदान करते, तो मालूम होता कि धर्म-कर्म क्या है.

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