पटना :गया में रविवार को हुई परिवर्तन रैली के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शाम पांच बजे पटना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक-एक बातों का जवाब दिया. मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं वह भाषा तो बोल नहीं सकता, लेकिन भाजपा को लेकर अब मेरे दिमाग में एक ही मतलब रह गया है और वह है-भाजपा यानी बड़का झूठा पार्टी. सात सकुर्लर रोड स्थित अपने आवास पर संवाददाता सम्मेलन कर नीतीश कुमार ने कहा कि पहले हम संयमित भाषा में भाजपा को भारतीय जुमला पार्टी कहते थे. मैं उनको बता देना चाहता हूं. प्रधानमंत्री लोगों को धमका रहे हैं कि भाजपा को वोट दें, तभी बिहार का विकास होगा. यह को-ऑपरेटिव फेडरलिज्म का सीधा उल्लंघन है. उन्होंने जहर पीने, चंदन कुमार और भुजंग प्रसाद कहे जाने पर कहा कि जहर तो भाजपा है. हम सभी प्रकार की जहर के एंटी मास्टर डोज हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने बिहारवासियों के प्रति पूर्वाग्रह पिछली बार डीएनए कह कर प्रदर्शित किया था. इस बार उन्होंने बिहारवासियों को दुर्भाग्यशाली कह कर इसे साबित करने की दूसरी कोशिश की. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने बिहार में 25 वर्षो के शासन की बात कही है. बिहार भाजपा के नेता सुशील मोदी हम पर आठ साल के शासनकाल में हुए विकास के कार्यों में भागीदारी नहीं होने का तोहमत लगाते हैं.
मूलधन भी नहीं लौटाया
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के आरोपों का बिंदुवार जवाब देते हुए कहा कि उन्होंने गया में सूद सहित लौटाने की बात कही है. 15 महीने में सूद तो छोड़िए, बिहार का मूलधन भी वापस नहीं हुआ है. उन्होंने जदयू को जनता का दमन और उत्पीड़न कहे जाने पर तीखी प्रतिक्रि या व्यक्त करते हुए 2002 की केंद्र की अटल सरकार द्वारा गुजरात के तत्कालीन उनकी सरकार को लेकर दी गयी नसीहत की याद दिलायी. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें उम्मीद थी कि गया की रैली में आप डीएनए संबंध में कहे गये अपने शब्दों को वापस लेंगे. लेकिन, आपने कुछ नहीं किया. संवाददाता सम्मेलन में मंत्री विजय कुमार चौधरी, मंत्री श्याम रजक और सांसद अरसीपी सिंह, विधान पार्षद संजय सिंह, रणवीर नंदन और ललन सर्राफ भी मौजूद थे.