बिहार में नये राज्यपाल की नियुक्ति को लेकर राज्यसभा में हंगामा
नयी दिल्ली: बिहार के नये राज्यपाल रामनाथ कोविंद की नियुक्ति को लेकर सोमवार को राज्यसभा में जबरदस्त हंगामा किया गया. विपक्षी दलों ने नये राज्यपाल की नियुक्ति पर सवाल खड़ा करते हुए जमकर हंगामा किया. हंगामे के बीच राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिये स्थगित कर दिया गया. गौर हो कि हाल […]
नयी दिल्ली: बिहार के नये राज्यपाल रामनाथ कोविंद की नियुक्ति को लेकर सोमवार को राज्यसभा में जबरदस्त हंगामा किया गया. विपक्षी दलों ने नये राज्यपाल की नियुक्ति पर सवाल खड़ा करते हुए जमकर हंगामा किया. हंगामे के बीच राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिये स्थगित कर दिया गया. गौर हो कि हाल ही में बिहार के नये राज्यपाल के तौर पर रामनाथ कोविंद की नियुक्ति हुयी है. उनकी नियुक्ति पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहले ही अपनी नाराजगी जाहिर कर चुके है.
वर्ष 1994 से 2006 के बीच दो बार राज्यसभा सदस्य रह चुके 69 वर्षीय रामनाथ कोविंद उत्तर प्रदेश के कानपुर से हैं. बिहार में विधानसभा चुनाव से कुछ ही महीने पहले उनकी नियुक्ति की गयी है. इससे पहले बंगाल के राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी के पास बिहार का अतिरिक्त प्रभार था. पेशे से वकील कोविंद भाजपा के अनुसूचित जाति मोरचा के प्रमुख भी रहे हैं.
नियुक्ति में नहीं ली राय : नीतीश
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्यपाल की नियुक्ति पर नाखुशी जाहिर कर चुके है. उन्होंने कहा कि यह नियुक्ति उनसे सलाह के बगैर की गयी है. उन्हें राज्यपाल की नियुक्ति की सूचना मीडिया के जरिये मिली. अब तक की परंपरा के मुताबिक, केंद्र सरकार, गृह मंत्री राज्य के मुख्यमंत्री से राज्यपाल की नियुक्ति के बारे में पूछते हैं.
राज्यपाल आरएसएस का आदमी: लालू
राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने नये राज्यपाल की नियुक्ति पर अपनी पहली प्रतिक्र या में कहा कि वह आरएसएस के आदमी हैं. उन्होंने कहा कि यह गवर्नर दिल्ली से थोपा गया गवर्नर हैं. हमलोग अभी से ही इसका विरोध शुरू कर दिया है. आगे भी राज्यपाल का विरोध करते रहेंगे. इस बाबत वह दिल्ली से सवाल पूछेंगे कि आरएसएस का गवर्नर क्यों थोपा गया है.
संवैधानिक मर्यादा के अनुरूप करेंगे काम: कोविंद
बिहार के नये राज्यपाल बनाये गये रामनाथ कोविंद ने कहा कि संवैधानिक मर्यादा के तहत वे काम करेंगे . संवैधानिक मर्यादा के दायरे में रह कर काम करना उनकी पहली प्राथमिकता होगी. संवैधानिक पद पर जाने के साथ ही भाजपा से संबंध छूट गया है. वे किसी राजनीतिक दल के प्रतिनिधि के रूप में नहीं जा रहे हैं.
मोरारजी के ओएसडी भी रहे
– बिहार का राज्यपाल नियुक्त रामनाथ कोविंद उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात के निवासी हैं
– वे 1977 में पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के विशेष कार्यकारी अधिकारी रहे चुके हैं
– कोविंद दो बार राज्यसभा सदस्य रह चुके हैं
– दो बार भाजपा अनुसूचित मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व राष्ट्रीय प्रवक्ता ,उत्तर प्रदेश के महामंत्री रह चुके हैं
– हरिद्वार में गंगा के तट पर स्थित कुष्ठ रोगियों की सेवा के लिए समिर्पत संस्था दिव्य प्रेम सेवा मिशन के आजीवन संरक्षक
– परिवार में पत्नी,एक पुत्र और एक पुत्री है
– केंद्र में मोदी सरकार बनने के बाद कोविंद उत्तर प्रदेश से राज्यपाल बनने वाले तीसरे व्यक्ति हैं