DNA विवाद: बोले मोदी, पहले नीतीश मांगे माफी, फिर शब्द वापस ले सकती है भाजपा

पटना: सूबे के पूर्व उपमुख्यमंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने 12 मुद्दे रखते हुए कहा है कि अगर वो इन सब मुद्दों पर बिहार की जनता से माफी मांग लें तो भाजपा व सहयोगी दल प्रधानमंत्री से आग्रह कर सकते हैं कि उन्होंने मुजफ्फरपुर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 12, 2015 7:27 PM

पटना: सूबे के पूर्व उपमुख्यमंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने 12 मुद्दे रखते हुए कहा है कि अगर वो इन सब मुद्दों पर बिहार की जनता से माफी मांग लें तो भाजपा व सहयोगी दल प्रधानमंत्री से आग्रह कर सकते हैं कि उन्होंने मुजफ्फरपुर की रैली में मुख्यमंत्री के राजनैतिक डीएनए के बारे में जो कहा था उस शब्द को वापस ले लें. उन्होंने कहा कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने आखिरकार नीतीश कुमार को सरेंडर करा ही दिया.

भाजपा कार्यालय में एनडीए के घटक दलों के नेताओं के साथ पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा एनडीए में नीतीश कुमार बड़े भाई की भूमिका में थे, वहां छोटे भाई की भूमिका में आ गये. मोदी ने कहा कि सच कड़वा होता है. आइना दिखाया तो नीतीश कुमार तिलमिला गये. लेकिन इतने बौखला जाएंगे, इसकी कल्पना नहीं थी. गया व मुजफ्फरपुर की रैली से वे घबरा गये हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार प्रधानमंत्री की टिपण्णी को मुद्दा बनाने की विफल कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जब से जदयू के लोग नाखुन व बाल का सैंपल ले रहे हैं तब से सैलून वालों की चांदी हो गयी है. उनके इस अभियान को भी जनता का साथ नहीं मिल रहा है.

सुशील मोदी ने नीतीश पर हमला तेज करते हुए कहा कि अगर उन्हें सैंपल भेजना ही है तो पहले अपना, लालू प्रसाद व सोनिया या राहुल गांधी का सैंपल डीएनएजांच के लिए भेज दें, बहुत कुछ क्लीयर हो जाएगा. बढ़ चला बिहार अभियान में जिस तरह पानी का तरह पैसा बह रहा है उसी पैसा का इस्तेमाल डीएनए जांच कराने में करेंगे. उन्हें तो अब होर्डिंग में लिखना चाहिए, बढ़ चला बिहार नीतीश व लालू फिर एक बार. मोदी ने कहा कि अगर नरेंद्र मोदी की रैली नहीं हुई होती तो नीतीश कुमार लालू प्रसाद के सामने सरेंडर नहीं करते. पिछले विधानसभा चुनाव में 145 सीट पर लड़े वो 115 सीट पर जीत हासिल की. अब सौ सीट पर आकर सिमट गह हैं. इससे साफ पता चलता है कि उनकी क्या स्थिति है.

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