पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय के नये भवन का गुरुवार को शिलान्यास किया. मीठापुर कैंपस में आयोजित समारोह के दौरान मांग करते हुए कहा कि आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय में दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स की तर्ज पर ‘पटना स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स’ की शुरुआत हो. अर्थशास्त्र पर काम करना चाहिये. इसके साथ राजनीति शास्त्र व विज्ञान भी जुड़ गया है. नदियों पर शोध और अध्ययन हो. आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय को सिर्फ ‘आर्यभट्ट परीक्षा विश्वविद्यालय’ नहीं बनने दें.
उन्होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय अलग किस्म का है उसे दूसरे विश्वविद्यालय की तरह नही रहने दें. परीक्षा लेना इस विश्वविद्यालय का रूटीन काम हो सकता है, लेकिन शोध व विशिष्ट काम करने उद्देश्य से इस विश्वविद्यालय की स्थापना की गयी थी. मेडिकल, इंजीनियरिंग, नर्सिग, आयुर्वेद, शिक्षण में इसे काम करना है. इसके साथ-साथ विज्ञान, कला, संस्कृति में भी इस विश्वविद्यालय के जरिये काम किये जा सकते हैं. अपने नाम के अनुरूप ज्ञान के क्षेत्र में इस विश्वविद्यालय को प्रवेश करना चाहिए. जैसे आर्यभट्ट ने शून्य की खोज की और इस विश्वविद्यालय से भी ज्ञान की खोज होने चाहिए, ताकि आधुनिक युग में भी आर्यभट्ट पैदा हों. मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में मेधा की कमी नहीं है, यहां अवसर की आवश्यकता है.
करीब 100 करोड़ की लागत से सात एकड़ के भूखंड में ग्रीन कैंपस के निर्माण की योजना है. इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के तौर पर शिक्षा मंत्री पीके शाही भी उपस्थित थे. विवि कैंपस में तीन विशाल भवन को तिरंगे की तर्ज पर बनाये जाएंगे. इन भवनों पर विर्टकल गार्डेन भी बनेंगे, जिनमें तिरंगे के रंग के फूल लगाये जाएंगे. परिसर में महान गणतिज्ञ और खगोलविद् आर्यभट्ट की आदमकद प्रतिमा लगाई जाएगी, जिसके चारों ओर सौर घड़ी बनाई जाएगी.