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सावन में जेठ जैसी गरमी, ऊमस भी अधिक
पटना : अमूमन सावन में झमाझम बारिश होती है, लेकिन बारिश नदारद है. आलम यह है कि ऊमस भरी गरमी लोगों को बेचैन कर रही है. पिछले एक सप्ताह से राजधानी समेत सूबे में बूंदा-बांदी बारिश हो रही है,लेकिन बारिश गरमी से राहत नहीं दे रही है. स्थिति यह है कि राजधानीवासियों को जेठ जैसी […]
पटना : अमूमन सावन में झमाझम बारिश होती है, लेकिन बारिश नदारद है. आलम यह है कि ऊमस भरी गरमी लोगों को बेचैन कर रही है. पिछले एक सप्ताह से राजधानी समेत सूबे में बूंदा-बांदी बारिश हो रही है,लेकिन बारिश गरमी से राहत नहीं दे रही है. स्थिति यह है कि राजधानीवासियों को जेठ जैसी गरमी महसूस हो रही है.
गुरुवार को पटना का अधिकतम तापमान 35.5 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 27.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक सूबे में मॉनसून काफी कमजोर है, जिससे बारिश नहीं हो रही है. बारिश नहीं होने से नमी की मात्र काफी बढ़ गयी है. इस कारण गरमी अधिक महसूस हो रही है.
सूबे में अब तक 636 एमएम बारिश होनी चाहिए थी, लेकिन 431 एमएम ही बारिश हुई है. सूबे में मॉनसून की बारिश 31 प्रतिशत कम हुई है. वहीं,राजधानी में 37 प्रतिशत कम बारिश हुई है.
गुरुवार को राजधानी में शाम तक बादल रहे, लेकिन बारिश नहीं हुई. स्थिति यह है कि राजधानी में सुबह की आद्रता 80 प्रतिशत व शाम की आद्रता 62 प्रतिशत रेकॉर्ड की गयी. आद्रता की मात्र अधिक होने से ऊमस अधिक महसूस हो रही है. हालांकि,15 अगस्त से सूबे में मॉनसून मजबूत होना शुरू होगा और 17 व 18 अगस्त को राजधानी सहित पूरे सूबे में मोडरेट बारिश होने की संभावना है.
सूबे में मॉनसून कमजोर है, जिससे बारिश कम हो रही है. हालांकि, बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनना शुरू हो गया है, जिससे 16 अगस्त को उत्तर-पूर्व बिहार में बारिश और 17 व 18 अगस्त को पूरे बिहार में मोडरेट बारिश की संभावना है.
ए के सेन, निदेशक, मौसम विज्ञान केंद्र
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