सीट बंटवारे में नीतीश ने मानी हार : सुशील मोदी

पटना :जदयू-राजद और कांग्रेस के बीच सीटों के बंटवारे पर पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने जम कर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीट बंटवारे में ही अपनी हार मान ली है. अगर उनकी सरकार बनी तो लालू प्रसाद ही सत्ता के असली सूत्रधार होंगे. महागंठबंधन में सत्तारूढ़ जद-यू ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 14, 2015 2:59 AM

पटना :जदयू-राजद और कांग्रेस के बीच सीटों के बंटवारे पर पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने जम कर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीट बंटवारे में ही अपनी हार मान ली है. अगर उनकी सरकार बनी तो लालू प्रसाद ही सत्ता के असली सूत्रधार होंगे. महागंठबंधन में सत्तारूढ़ जद-यू ने सबसे ज्यादा नुकसान उठा कर स्वीकार कर लिया कि वोट का जनाधार लालू प्रसाद के पास है, नीतीश कुमार के पास नहीं. चुनाव की घोषणा से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सिर्फ दो विशाल रैलियों के दबाव में नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद के सामने घुटने टेक दिये. उन्हें राजद और कांग्रेस के साथ अपमानजनक समझौता करना पड़ा.

महागंठबंधन में 118 विधायकों वाले जद-यू का 18 सीटों पर दावा छोड़ कर 100 सीटों पर चुनाव लड़ने को राजी होना और मात्र 24 विधायकों वाले राजद का 76 सीटें अधिक झटक कर जद-यू के बराबर सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा करना, यही साबित करता है. लालू प्रसाद ने नीतीश-सरकार को समर्थन देने की मनमानी कीमत वसूल ली. गैर कांग्रेसवाद की राजनीति छोड़ कर डॉ राम मनोहर लोहिया को धोखा देनेवाले नीतीश कुमार ने चार सीटोंवाली कांग्रेस को 40 सीटें दीं.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने नीतीश कुमार को गंठबंधन का नेता बनवाने में लालू प्रसाद पर दबाव बनाया था. अब नीतीश कुमार ने राजद और कांग्रेस को मुंहमांगी सीटें देकर कबूल कर लिया कि उनका जनाधार समाप्त हो गया है. अब वे जीत के लिए पूरी तरह लालू प्रसाद पर निर्भर होंगे. सीट बंटवारे से यह भी साफ हुआ कि लालू प्रसाद अब गंठबंधन के संगी नहीं, बल्कि वही असली ताकत हैं. पिछले 15 महीनों से नीतीश कुमार की सरकार लालू प्रसाद के रहमो-करम पर चल रही है.
मोदी ने कहा कि इसी के चलते बिहार में जंगलराज-2 शुरू हो गया. 27 जुलाई को बिहार बंद के दौरान राजद के गुंडों ने लाठी में सत्ता का तेल पिलाकर राज्यभर में उत्पात मचाया. दुकानदारों से मारपीट की और हाइकोर्ट के जज तक की गाड़ी रोकी. जबरन बंद कराकर राजद ने लालू प्रसाद के हाथ में असली सत्ता होने की झांकी प्रस्तुत की थी.
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार सत्ता में बने रहने के लिए जहर पी सकते हैं. लेकिन, बिहार की जनता जहर पीने के लिए तैयार नहीं है. उन्होंने कहा कि भाजपा ने सभी दिशाओं में परिवर्तन रथ भेजकर पूरी ताकत झोंक दी है. हम किसी भी कीमत पर बिहार में जंगलराज को लौटने नहीं देंगे.

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