बिहार के मेडिकल कॉलेजों में नहीं होगा एससी-एसटी छात्रों का नामांकन
पटना. मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) ने बिहार के मेडिकल कॉलेजों में एससी-एसटी कोटे के 87 छात्रों के नामांकन पर रोक लगा दी है़ एमसीआइ ने इसके साथ ही पिछले साल इस कोटे से विभिन्न कॉलेजों में नामांकित किये गये 56 छात्रों के नामांकन को भी रद्द करने का आदेश दिया है़ एमसीआइ ने स्वास्थ्य […]
पटना. मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) ने बिहार के मेडिकल कॉलेजों में एससी-एसटी कोटे के 87 छात्रों के नामांकन पर रोक लगा दी है़ एमसीआइ ने इसके साथ ही पिछले साल इस कोटे से विभिन्न कॉलेजों में नामांकित किये गये 56 छात्रों के नामांकन को भी रद्द करने का आदेश दिया है़
एमसीआइ ने स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिख कर इसकी सूचना दी है़ एमसीआइ के इस पत्र के बाद स्वास्थ्य विभाग में बैठकों का दौर शुरू हो गया है़ विभाग के प्रधान सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा ने कहा कि सोमवार को इस मामले में बैठक कर एमसीआइ को दोबारा पत्र भेजने का निर्णय लिया गया है़ एमसीआइ ने स्वास्थ्य विभाग को चेतावनी दी है कि अगर छात्रों का नामांकन रद्द नहीं हुआ, तो अगले साल कॉलेजों के निरीक्षण में बाधा पड़ सकती है़ ऐसा नहीं होने पर नामांकन पर रोक भी लगायी जा सकती है़ गौरतलब है कि स्वास्थ्य विभाग ने मेडिकल कॉलेजों में एससी-एसटी छात्रों के नामांकन को लेकर एमसीआइ को पत्र लिखा था़
क्या है मामला
पिछले साल एससी-एसटी कोटे की सीटों पर नामांकन के लिए छात्रों का कट ऑफ 40 प्रतिशत तय किया गया था़ लेकिन, कट ऑफ तक नहीं पहुंच पाने की वजह से नामांकन नहीं हो पा रहा था़ इसके बाद राज्य सरकार ने कट ऑफ में छूट देते हुए 32 फीसदी कट ऑफ पर नामांकन ले लिया था़
इसके लिए एमसीआइ से अनुमति भी नहीं ली गयी़ इस कारण से एमसीआइ ने छात्रों का नामांकन रद करने को कहा है़ ऐसे में उन छात्रों की परेशानी बढ़ गयी है, जिनका नामांकन पिछले साल कॉलेज में हुआ था़ क्योंकि सभी छात्र परीक्षा दे रहे है़ प्रधान सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा ने कहा कि नामांकन को लेकर दोबारा से एमसीआइ से बात करेंगे़ इसके पूर्व विभागीय बैठक कर सरकार के समक्ष भी इन बातों को भी रखा जायेगा कि मामले में क्या किया जाये़