दबे पांव आ रहा जंगलराज

सहरसा : सहरसा के ऐतिहासिक पटेल मैदान में मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नाम लिये बिना नीतीश-लालू पर जम कर निशाना साधा. कांग्रेस को जेपी का हत्यारा बताते हुए पीएम ने कहा कि आज उसी की गोद में दोनों (नीतीश व लालू) बैठ गये. कोसी त्रासदी की बरसी पर सहरसा पहुंचे पीएम ने नीतीश […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 19, 2015 3:10 AM

सहरसा : सहरसा के ऐतिहासिक पटेल मैदान में मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नाम लिये बिना नीतीश-लालू पर जम कर निशाना साधा. कांग्रेस को जेपी का हत्यारा बताते हुए पीएम ने कहा कि आज उसी की गोद में दोनों (नीतीश व लालू) बैठ गये. कोसी त्रासदी की बरसी पर सहरसा पहुंचे पीएम ने नीतीश का नाम लिये बिना उन्हें अहंकारी कहा. पीएम ने कहा कि अपने अहंकार के कारण गुजरात सरकार व गुजरात में रह रहे लोगों द्वारा भेजा गया पांच करोड़ का चेक वापस कर दिया था़ चुनावी माहौल व बिहार में बदलाव का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि हवा के रुख से ही पता चल रहा है कि इस बार माहौल परिवर्तन का है. बिहार बदलाव की राह पर चल पड़ा है. उपस्थित भीड़ को सचेत करते हुए पीएम ने बिहार में अपराध का आंकड़ा पेश करते हुए कहा कि दबे पांव जंगलराज आ रहा है़.

पटेल मैदान के अपने 39 मिनट 49 सेकेंड के संबोधन की शुरुआत पीएम ने मिथिला भाषा से की. सुबह से हो रही बारिश के बाद भी मैदान में भारी भीड़ थी. इसके अलावा सैकड़ों लोग जो मैदान के अंदर नहीं घुस पाये, जगह-जगह खड़े दिखे. मोदी ने मैथिली में कहा- ‘हम एहि पुण्य भूमि पर आबि के गद-गद छी, अहां के कर जोरि के प्रणाम करैत छी.’ इसके बाद पीएम ने सात वर्ष पहले हुए 18 अगस्त की कोसी त्रासदी को याद करते हुए कहा कि बिहार के सात-आठ जिले के करीब 35 लाख परिवार बरबाद हो गये थे. यहां के खेत बालू से भर गये थे. गांव विनाश के कगार पर आकर खड़ा हो गया. जन-जन मुसीबत झेल रहा था. कोसी अंचल के अनेक परिवार गुजरात में बसे हुए हैं. उन्होंने कोसीवासियों के लिए पांच करोड़ का चेक भेजा, मगर अहंकारी ने कोसी क्षेत्र के लोगों के मानवीय दर्द को समझे बिना त्रासदी के समय भेजे गये चेक को वापस कर दिया. उन्होंने कोसीवासियों से आह्वान किया कि अहंकार ने बिहार के सपने को रौंद डाला. इस अहंकार को नहीं छोड़नेवाले अहंकारी को विदाई दे देनी चाहिए.
आ गया है जंगलराज
जंगलराज की चर्चा करते हुए पीएम ने बिहार में अपराध का आंकड़ा पेश किया और कहा कि बिहार में जंगलराज शुरू हो गया है और उसके संकेत मिलने लगे हैं. यहां आम आदमी सुरक्षित नहीं. जनवरी, 15 से जून 15 का आंकड़ा पेश करते हुए कहा कि हत्या में 34 प्रतिशत व दंगों में 74 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. आप पटना में मजबूत सरकार दें. आप हमारा साथ दें, सब समस्याएं दूर हो जायेंगी.
जेपी के हत्यारे की गोद में बैठ गये
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आपातकाल में कांग्रेस पर जयप्रकाश नारायण को जेल भेजने का आरोप लगाते हुए कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफलड़ाई लड़नेवाले जेपी नारायण की हत्या में कांग्रेस का हाथ है, जिन्होंने जयप्रकाश की जिंदगी को तबाह किया, आज वे (नीतीश कुमार व लालू यादव) उनकी गोद में बैठ गये. बिहार की जनता ने ठान लिया है कि जेपी के साथ जुल्म करनेवालों को बिहार की राजनीति से बाहर करेंगे.
जनता के बीच दे रहे हैं हिसाब
बिना किसी का नाम लिए पीएम ने कहा कि वे जनता के बीच अपने काम का हिसाब दे रहे हैं. कुछ लोग एसी कमरे में बैठ कर पत्रकारों को बुला कर विष उगलते हैं. जनता का सामना हिम्मतवाला ही कर सकता है. मगर जब जनता से नाता टूट जाता है, सहरसा : अहंकार हो जाता है तो वे एयरकंडिशन में बैठ कर जहर उगलते हैं. पिछले वर्ष कोसी में नेपाल में पानी जमा होने की चर्चा करते हुए कहा कि उस समय भी उन्होंने सभी सांसदों व अन्य की मदद ले उस समस्या का निदान खोजा, वरना कुसहा से भी बड़ी त्रासदी होती. पीएम ने कहा कि उस समय तत्काल सेना को नेपाल भेजा. फिर भी संतोष नहीं हुआ, तो इलाका खाली कराया. यहां के किसान हमसे नाराज हो गये कि पानी है ही नहीं, खाली क्यों करा रहे.
पीएम ने आरा में की गयी घोषणा की चर्चा करते हुए कहा कि इस राशि से बिहार की सूरत बदलेगी. उन्होंने उपस्थित भीड़ से पटना में मजबूत सरकार बनाने के लिए साथ देने का आह्वान किया. रैली में मंच संचालन प्रदेश कोषाध्यक्ष डॉ दिलीप जायसवाल ने किया. रैली को केंद्रीय मंत्री रामिवलास पासवान, उपेंद्र कुशवाहा, हम के संयोजक जीतन राम मांझी, प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडे, पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी, बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव, रैली के संयोजक नित्यानंद राय, विधानसभा में विपपक्ष नेता नंद किशोर यादव, सांसद चौधरी महबूब अली कैसर, पूर्व सांसद देवेंद्र यादव, उदय सिंह उर्फ पप्पू, दिलीप जयसवाल, विधान पार्षद नूतन सिंह, पूर्व सांसद विश्व मोहन भारती, डॉ रामनरेश सिंह आदि ने सभा को संबोधित किया.

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