पटना : पटना के वीर चंद पटेल मार्ग पर गुरुवार की सुबह जदयू नेता उपेंद्र कुमार विभूति (40) पर जानलेवा हमला किया गया. इस दौरान अपराधियों ने उनका गला रेत दिया. उन्होंने बचाव किया तो एक हाथ की कलाई पर भी चाकू लग गया. वह खून से लथपथ हालत में जदयू कार्यालय किसी तरह पहुंचे और बेहोश हो गये. उन्हें तत्काल कंकड़बाग के सांईं अस्पताल में भरती कराया गया है.
नहीं बता रहे हैं घरवाले
देर रात तक उनको होश नहीं आया था. पुलिस बयान नहीं ले सकी है. अस्पताल में डीएसपी सदर और डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर मौजूद रहे. कई बार बयान लेने का प्रयास किया गया, लेकिन गंभीर हालत होने के कारण बयान नहीं हो सका है. खासबात यह है कि उपेंद्र राजगीर में जून में हुई हत्या के मामले में आरोपित हैं, अब उनका पुलिस कस्टडी में इलाज चलरहा है़ घटना को लेकर पुलिस भी असमजंस में है. जदयू नेता के घरवाले भी कुछ नहीं बता पा रहे
हैं. उनका कहना है कि क्या हुआ पता नहीं.
कंकड़बाग में रहते हैं जदयू नेता
राजगीर के मूल निवासी उपेंद्र कुमार विभूति का पटना के कंकड़बाग पीसी कॉलोनी में मकान है. वह कुछ दिनों से जदयू कार्यालय के पीछे भाड़े के मकान में रहते थे. गुरुवार की सुबह वह टहलने के लिए वीर चंद पटेल मार्ग पर निकले थे. इस दौरान उन पर जानलेवा हमला किया गया. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक हमलावार चार की संख्या में थे और उनके गले पर हमला करने के बाद पैदल ही भागे. कुछ दूरी पर उनकी बाइक खड़ी थी, वहां से बाइक लेकर भाग गये. घटना के बाद उपेंद्र किसी तरह से जदयू कार्यालय पहुंचे. खून से सने कपड़े में देख कर पार्टी के लोग दंग रह गये. बाद में अस्पताल में भरती कराया.
हत्या मामले में हैं आरोपित
मलमास मेला बचाव संघर्ष समिति के अध्यक्ष अवधेश सिंह राजगीर के रहनेवाले थे. 26 जून, 2015 को झुनकी बाबा मंदिर के पास उनकी उस समय गोली मारकर हत्या कर दी गयी, जब वह राजगीर से अपनी बाइक से घर जा रहे थे. इस हत्याकांड के बाद अवधेश के पुत्र मनीष के आवेदन पर राजगीर पुलिस ने उपेंद्र कुमार विभूति, अशोक राय, डॉक्टर अनिल, अफताब आलम, नारो यादव, विद्यानंद यादव के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया, लेकिन अब तक कोई आरोपित नहीं पकड़ा गया है. पुिलस सूत्रों के अनुसार बुधवार को उपेंद्र के घर की कुर्की जब्ती भी की गयी. इसके दूसरे ही दिन उपेंद्र पर हमला किया गया. पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि मामला हत्याकांड से ही जुड़ा है या फिर कुछ और बात है.