पटना : भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह उस वक्त परेशानी में पड़ गये जब वे करीब आधे घंटे लिफ्ट में फंस गये. प्राप्त जानकारी के अनुसार गुरुवार रात पटना के स्टेट गेस्ट हाऊस में उन्हें इस मुश्किल भरे हालात से गुजरना पड़ा. खबरों की माने तो अमित शाह बीती रात करीब साढ़े 11 बजे आधे घंटे तक लिफ्ट में फंसे रहे जिसके बाद उन्हें बहुत मुश्किल से बाहर निकाला गया.इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने कहा कि इतना मोटा आदमी को लिफ्ट में घुसना ही नहीं चाहिए. बिहार का लिफ्ट छोटा-छोटा है.
Itna mota aadmi ko lift mein ghusna hi nhi chahiye, Bihar ka lift chhota chhota hai: Lalu Yadav on Amit Shah pic.twitter.com/Nuzf27rJoX
— ANI (@ANI) August 21, 2015
आपको बता दें भाजपा अध्यक्ष बिहार चुनाव के मद्देनजर पटना आए हुए थे और पटना के स्टेट गेस्ट हाउस में ठहराया गया था. अमित शाह गेस्ट हाऊस की पहली मंजिल पर स्थित अपने कमरे में जाने के लिए लिफ्ट में सवार तभी लिफ्ट बंद हो गयी और वे फंस गये. बताया जा रहा है कि उस समय वहां कोई ऑपरेटर मौजूद नहीं था जिसके कारण अमित शाह को इस मुकिल भरे दौर से गुजरना पड़ा. बाद में करीब आधे घंटे के बाद लिफ्ट तोड़कर अमित शाह को बाहर निकाला गया.
वहीं दूसरी ओर इस घटना पर बीजेपी नेता सीपी ठाकुर ने कहा कि अमित शाह का लिफ्ट में फंसना एक साजिश है, इस घटना की जांच होनी चाहिए.
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडे ने कहा कि कल रात साढे ग्यारह बजे लिफ्ट दो मंजिलों के बीच फंस गई और इसके धातु का दरवाजा जाम हो गया. ऐसी आपात स्थिति से निपटने में कोई लिफ्ट परिचालक या व्यक्ति सक्षम नहीं था. लिफ्ट में फंसे लोगों का मोबाइल भी रेंज से बाहर प्रदर्शित हो रहा था. यह घटना तब घटी जब शाह, राज्य के प्रभारी भूपेन्द्र यादव, सचिव नागेन्द्रजी और महासचिव सुदान सिंह एवं सुरक्षाकर्मियों के साथ राजकीय गेस्ट हाउस में भूतल से पहली मंजिल पर जा रहे थे.
शाह समेत लिफ्ट में फंसे लोगों को सीआरपीएफ कर्मियों ने बचाया जो वहां जेड प्लस सुरक्षा कवर के हिस्से के तौर पर वहां मौजूद थे. इन्हें स्टील के दरवाजे को तोडकर शाह एवं उसमें फंसे अन्य नेताओं को बाहर निकालना पडा. इस स्थिति का जिक्र करते हुए पांडे ने कहा कि लिफ्ट के दरवाजे खोलने के सभी प्रयास विफल हो गए. लोग गेस्ट हाउस में भूतल एवं पहली मंजिल पर इंतजार करते हुए अंदर फंसे लोगों की स्थिति को लेकर चिंतित हो रहे थे. पांडे ने कहा, ‘‘ कुछ भी नहीं हो पा रहा था और इस तरह से 40 मिनट गुजर गए. इसके बाद सीआरपीएफ से दरवाजे को तोडने को कहा गया. उन्होंने तोडा और शाह एवं अन्य नेताओं को बाहर निकाला गया. उन्होंने कहा कि दरवाजा टूटने के बाद अंदर फंसे लोग बाहर आए.
उन्होंने कहा कि यह राजकीय गेस्ट हाउस में सुविधाओं के लिए जिम्मेदार लोगों की ओर से कर्तव्य में लापरवाही और गैर जिम्मेदारी का प्रदर्शन है. यहां पर जेड प्लस श्रेणी सुरक्षा प्राप्त एक व्यक्ति के रुकने के बावजूद ऐसी आपात स्थिति से निपटने के लिए कोई मौजूद नहीं था. इस घटना के बारे में टिप्पणी के लिए कोई सरकारी कर्मचारी उपलब्ध नहीं था. बहरहाल, शाह आज सुबह की उडान से नई दिल्ली रवाना हो गए। वह कल पटना में एक दैनिक की ओर से आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने पटना आए थे. वह राजकीय गेस्ट हाउस में रुके हुए थे और बिहार में आसन्न विधानसभा चुनाव के संबंध में पार्टी नेताओं के साथ बैठक कर रहे थे.