पटना: समाजवादी पार्टी ने शनिवार को कहा कि नीतीश कुमार नीत महागठबंधन में सीटों को लेकर आम सहमति करीब-करीब बन गयी है और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने आश्वासन दिया है कि इसको लेकर रविवार तक घोषणा कर दिया जाएगा. सपा के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र सिंह यादव ने शनिवार को यहां संवाददाताओं को बताया कि लालू प्रसाद एवं नीतीश कुमार के साथ बातचीत के बाद सीटों को लेकर आम सहमति करीब-करीब बन गयी है और इसको लेकर कल तक स्थिति स्पष्ट कर दी जाएगी.
उन्होंने कहा कि पूर्व में उनकी पार्टी की ओर से 17 सीटों की सूची सौंपी गयी थी जिसे और भी संशोधित करके अब 12 सीटों की अंतिम सूची राजद सुप्रीमो को सौंपी गयी है जिन्होंने कहा है कि वे आपस में पुन: बैठकर उस पर निर्णय लेंगे. रामचंद्र ने कहा कि महागंठबंधन की आगामी 30 अगस्त को पटना में आयोजित स्वाभिमान रैली में वह और उनकी पार्टी के कार्यकर्ता भाग लेंगे और उसकी तैयारी में जुटना चाहते हैं. ऐसे में वे उम्मीद करते हैं कि सीटों को लेकर महागठबंधन की ओर से घोषणा जल्द ही कर दी जाएगी. उन्होंने कहा कि सीटों को लेकर घोषणा होने के बाद उनके नेता मुलायम सिंह यादव के स्वाभिमान रैली में भाग लेने को लेकर कार्यक्रम तय किया जाएगा.
गत 12 अगस्त को राजद प्रमुख लालू प्रसाद और कांग्रेस के बिहार प्रभारी सीपी जोशी की उपस्थिति में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एकताजुटता प्रदर्शित करते हुए एक मंच पर आकर आगामी सितंबर-अक्तूबर में संभावित बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर आपस में महागंठबंधन होने की तथा आपसी सहमति एवं तालमेल के साथ औपचारिक रुप से यह चुनाव विधानसभा की कुल 243 सीटों में से जदयू और राजद क्रमश: सौ-सौ सीटों और कांग्रेस 40 सीटों पर लड़ने तथा महागठबंधन की तरफ से आगामी 30 अगस्त को पटना के गांधी मैदान में महागठबंधन का पहला संयुक्त कार्यक्रम ‘स्वाभिमान रैली’ आयोजित किये जाने की घोषणा की थी. उन्होंने बिहार विधान परिषद के 24 सीटों के हाल में हुए चुनाव के बारे में कहा कि हमें उम्मीद है कि राकांपा हमलोगांे के साथ आएगी.
जनता परिवार का नेतृत्व कर रही मुलायम सिंह यादव के दल समाजवादी पार्टी को एक भी सीट नहीं दिए जाने के बारे में पूछे जाने पर राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने कहा था, वे हमारे समधी हैं. आवश्यकता पड़ने पर वे उन्हें समायोजित करेंगे. महागठबंधन में एक भी सीट अपने लिए नहीं छोड़े जाने से नाराज समाजवादी पार्टी ने इसके विरोध में पटना में हाल में चार दिनों तक अनशन कार्यक्रम का आयोजन किया था.