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सावन का अंतिम सोमवार आज, शिवालयों में उमड़ा भक्तों का सैलाब

पटना: सावन की अंतिम सोमवारी के दिन आज राजधानी के शिवालयों में भक्तों का सैलाब सुबह से ही उमड़ पड़ा. सावन का चौथा और अंतिम सोमवार श्रद्धालुओं को आर्थिक परेशानियों से छुटकारा दिलाने वाला साबित हो सकता है. इस दिन भक्तिपूर्वक भगवान शिव की पूजा करने से शत्रुओं पर विजय मिलती है. कार्यक्षेत्र और जीवन […]

पटना: सावन की अंतिम सोमवारी के दिन आज राजधानी के शिवालयों में भक्तों का सैलाब सुबह से ही उमड़ पड़ा. सावन का चौथा और अंतिम सोमवार श्रद्धालुओं को आर्थिक परेशानियों से छुटकारा दिलाने वाला साबित हो सकता है. इस दिन भक्तिपूर्वक भगवान शिव की पूजा करने से शत्रुओं पर विजय मिलती है. कार्यक्षेत्र और जीवन के दूसरे क्षेत्रों में आने वाली बाधाओं का निवारण होता है. दांपत्य जीवन में आपसी प्रेम और सहयोग बढ़ता है. साथ ही आर्थिक परेशानियों में कमी आती है और जीवन पर आने वाले संकट से भगवान शिव रक्षा करते हैं.

सावन के अंतिम सोमवार के मौके पर देशभर के शिवालयों में रु द्राभिषेक के विशेष आयोजन किये गये हैं. पटना के मंदिरों में भी सुबह से ही भोलेनाथ पर जल चढ़ाने वालों की लंबी कतार दिखाई दी. हर तरफ हर-हर महादेव और बम-भोले की गूंज सुनायी दे रही है. श्रद्धालु, भोलेनाथ को प्रसन्न करने में कोई कसर छोड़ना नहीं चाहते. मंदिरों में उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए सुरक्षा की भी खास व्यवस्था की गई है.

ज्योतिषों की माने तो शिव की पूजा से सभी कामनाएं पूरी होती हैं. अंतिम सोमवारी को दूध, दही व बेलपत्र से पूरी करने का विशेष महत्व है. पंडित विनोदानंद झा ने बताया कि शक्कर से शिव की पूजा करने से लक्ष्मी की प्राप्ति होती है, तो मधु से रोग से मुक्ति मिलती है.

27 को शिववास और 29 को खत्म होगा सावन :
27 अगस्त को इस बार शिववास का मुहूर्त है. इस दिन भगवान शिव की आराधना का विशेष महत्व है. पंडित विनोदानंद झा ने बताया कि 27 अगस्त को शिववास है. इसी दिन त्रयोदसी भी है. शिव पर इस दिन जल चढ़ाने का विशेष महत्व है. इसके बाद 29 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन सावन समाप्त हो जायेगा. इस बार रक्षाबंधन के दिन भद्रा पड़ रहा है. इस कारण रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त 1.45 बजे के बाद हो रहा है.

रुद्राभिषेक को लेकर विशेष तैयारी :
अंतिम सोमवारी को देखते हुए शहर के तमाम मंदिरों में रु द्राभिषेक को लेकर विशेष तैयारी की गयी है. महावीर मंदिर के पुजारी भवनाथ झा ने बताया कि अंतिम सोमवारी के लिए 45 रु द्राभिषेक की बुकिंग हुई है. जलाभिषेक सुबह 5.30 बजे से दिन में 11 बजे तक होगा.

खूब बिके बेलपत्र और धतूरा :
सावन में बेलपत्र का खास महत्व है. इसे भगवान का नेत्र भी कहा गया है. रविवार की शाम महावीर मंदिर व हार्डिंग रोड के पास इसकी खरीददारी को लेकर भीड़ देखी गयी. मंदिरों की सजावट भी की गयी है.

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