शिलान्यासों की झड़ी लगा CM नीतीश कर रहे मजाक : सुशील मोदी
पटना : पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने विभिन्न योजनाओं के शिलान्यास को लेकर कहा कि शिलान्यास की झड़ी लगा कर सीएम बिहार की जनता के साथ मजाक कर रहे हैं. फेसबुक पर मोदी ने लिखा है कि जब विधानसभा चुनाव घोषित होने में 10 दिन बचा है, तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार केंद्रीय पैकेज में […]
पटना : पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने विभिन्न योजनाओं के शिलान्यास को लेकर कहा कि शिलान्यास की झड़ी लगा कर सीएम बिहार की जनता के साथ मजाक कर रहे हैं. फेसबुक पर मोदी ने लिखा है कि जब विधानसभा चुनाव घोषित होने में 10 दिन बचा है, तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार केंद्रीय पैकेज में घोषित 10 हजार करोड़ से ज्यादा की विभिन्न योजनाओं के तहत निर्माण कार्यों का शिलान्यास कर बिहार की जनता के साथ मजाक कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने गंगा पर बननेवाले पांच हजार करोड़ की लागतवाले पुल का शिलान्यास टेंडर और राशि का इंतजाम किये बिना कर दिया, अगर उनमें हिम्मत होती तो निर्माण स्थल बिदुपुर या कच्ची दरगाह जाते. दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुकाबले के लिए मुख्यमंत्री आनन-फानन में शिलान्यासों की झड़ी लगा रहे हैं.
प्रधानमंत्री द्वारा बिहार के लिए घोषित 1.65 लाख हजार करोड़ के मेगा पैकेज के तहत बिहार में आठ मेगा ब्रिज, जिनमें गंगा पर ही चार पुल बननेवाले हैं. पटना के निकट गांधी सेतु के समानांतर गंगा पर प्रस्तावित जिस छह लेन पुल का शिलान्यास मुख्यमंत्री ने किया है, उसके लिए भी पैकेज में पांच हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. गंगा पर मनिहारी-साहेबगंज के बीच झारखंड को जोड़नेवाले पुल के साथ ही गंगा पर ही मोकामा व बक्सर में भी पुल बनाने के लिए राशि का प्रावधान किया गया है. सीएम ने पैकेज में घोषित केंद्र की दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत हर गांव का विद्युतीकरण, कृषि और गैर कृषि लाइनों को अलग कर पर्याप्त एवं निरंतर बिजली की आपूर्ति, सब ट्रांसमिशन एवं डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क में सुधार तथा मीटरिंग से बिजली की क्षतियों में कमी से संबधित 5,541 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास कर दिया.
श्रेय लेने की होड़ में नीतीश कुमार को यह भी पता नहीं चल रहा है कि कौन-सी योजनाएं राज्य और कौन सी केंद्र की है. शिलान्यासों की पट्टिका लगवा कर नीतीश कुमार बिहार की जनता को भ्रमित नहीं कर सकते हैं.
इसके पहले एनडीए की सरकार में ही पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने बिहार को तीन मेगा ब्रिज का तोहफा दिया था, जिनमें गंगा पर निर्माणाधीन दीधा-सोनपुर और मुंगेर पुल का निर्माण कार्य नीतीष कुमार केंद्र में यूपीए सरकार के 10 वर्षों के शासनकाल व लालू-सोनिया के सहयोग से बिहार में सरकार चलाने के बावजूद पूरा नहीं करा पाये. केंद्र में जब एनडीए की सरकार बनी तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ही निर्माण कार्य को पूरा कराने के लिए पर्याप्त राशि दी, मगर नीतीश कुमार जान बूझ कर इन पुलों के एप्रोच रोड के निर्माण में अड़ंगा डालते रहे, ताकि विधानसभा चुनाव से पूर्व इन पुलों का उद्घाटन कर प्रधानमंत्री श्रेय नहीं ले लें.