पटना : विधानसभा चुनाव के पूर्व ही एनडीए के घटक दलों के बीच खटास पैदा हो गया है. रालोसपा और लोजपा ने भाजपा पर सीटों का बंटवारा समय पर नहीं करने का अारोप लगाया है. दोनों दलों के प्रदेश अध्यक्षों ने सोमवार को संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा को एक सप्ताह के अंदर सीटों के बंटवारे पर निर्णय लेने का अल्टीमेटम दिया. साथ ही उन्होंने भाजपा को केवल 102 सीटोें पर लड़ने और बाकी 141 सीटें सहयोगी दलों के लिए छोड़ने को कहा.
लोजपा के प्रदेश कार्यालय में आयोजित संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में रालोसपा के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद डॉ अरुण कुमार ने कहा कि सीटों के बंटवारे को लेकर हम भाजपा को प्रस्ताव दे चुके हैं. इसके बावजूद एनडीए की बैठक नहीं हुई है, जिसमें इन बातों पर विमर्श किया जा सके. उन्होंने कहा कि यदि एनडीए के स्तर पर चर्चा नहीं होगी, तो बातें बाहर आयेंगी ही. हम भाजपा के सहयोगी हैं. हमें भी प्रदेश की राजनीति की उतनी ही चिंता है, जितनी उन्हें. पत्रकारों के सवालों के जवाब में उन्होंने कहा कि सीटों के बंटवारे को लेकर भाजपा के नेता जिस तरह से बोल रहे हैं, उससे हमारे कार्यकर्ताओं में रोष है. हम भाजपा नेतृत्व को बतलाना चाहते हैं कि सभी बातें एनडीए के फ्लोर पर होनी चाहिए.
यदि ऐसा नहीं होगा, तो हमारी जड़ें कमजेार होंगी. सभी दलों का अपना-अपना एजेंडा होता है. हमारा भी एजेंडा है, लेकिन हमलोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भरोसा कर रहे हैं. डॉ कुमार ने कहा कि यदि भाजपा के नेता किसी को पार्टी में शामिल कराते हैं, तो कोई बात नहीं. लेकिन, जब हमलोग अपनी पार्टी में किसी को शामिल कराते हैं, तो उनकी ओर से विरोध होता है. ऐसा कैसे चलेगा? उन्होंने कहा कि बिहार को भ्रष्टाचार के चंगुल से निकालने के लिए हम सबको स्ट्रेटजी बनानी होगी. यह सब अंतिम दिनों में कैसे होगा? एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने स्वीकार किया कि भाजपा के ‘अबकी बार भाजपा सरकार’ जैसे स्लोगन पर भी तकलीफ है. उन्होंने कहा कि हमारी सलाह वे नहीं मान रहे हैं, इसलिए तो हम संयुक्त रूप से उनसे अनुरोध कर रहे हैं.
लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने कहा कि भाजपा एक सप्ताह के अंदर सीटों के बंटवारे पर निर्णय ले, अन्यथा सहयोगी दलों को दिक्कत होगी. उन्होंने कहा कि भाजपा बड़ी पार्टी है, देर से टिकट बांटने पर उनलोगों को दिक्कत नहीं होगी. हमलोगों की पार्टी के साथ ऐसी बात नहीं है. हमारे प्रत्याशियों को चुनाव लड़ने के लिए चंदा-चुटकी करनी पड़ती है. समय पर निर्णय नहीं लेने से हमलोगों को परेशानी होगी. पारस ने कहा कि चुनाव में अब सिर्फ दो माह समय बचा है, इसलिए भाजपा को जल्द ही बैठक बुलानी चाहिए. एक सवाल के जवाब में पारस ने कहा कि हमें समझना होगा कि नीतीश और लालू में छत्तीस का रिश्ता था, वह अब तिरसठ का रिश्ता हो गया है. ऐसी परिस्थिति में हमें जल्द निर्णय लेना चाहिए.
पारस ने कहा कि विधान परिषद चुनाव में देरी से टिकट बांटा गया. इसके बावजूद हमलोगों ने भाजपा प्रत्याशियों को ईमानदारीपूर्वक मदद की. लेकिन, भाजपा ने हमारे प्रत्याशियों को ईमानदारी से मदद नहीं की. यहां तक कि हाजीपुर में हमारे प्रत्याशी का भाजपा के सभी नेताओं ने विरोध किया. हमारे प्रत्याशी को हरानेवाले को चार दिन पहले भाजपा ने अपने में शामिल किया है. उन्होंने कहा कि गंठबंधन में हैं, तो ईमानदारी से एक दूसरे को मदद होनी चाहिए.
उपेंद्र कुशवाहा के फॉर्मूला का समर्थन
सीट बंटवारे के लिए रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा के फाॅर्मूले का समर्थन करते हुए पारस ने कहा कि भाजपा 102 सीटों पर चुनाव लड़े. शेष सीटें सहयोगी दलों को मिले. इनमें रालोसपा को 64 और लोजपा को 75 सीटें मिले. उन्होंने कहा कि यदि अन्य दल एनडीए में शामिल होते हैं, तो हमलोगों की सीटों से एडजस्ट किया जायेगा. प्रेस कॉन्फ्रेंस में दलित सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद रामचंद्र पासवान, रालोसपा के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष ललन पासवान, लोजपा के प्रवक्ता ललन चंद्रवंशी मौजूद थे.
भाजपा को खरी-खरी
जिस तरह से भाजपा के नेता बोल रहे हैं, उससे हमारे कार्यकर्ताओं में रोष
हमारे प्रस्ताव पर एनडीए के अंदर चर्चा नहीं होगी, तो बात बाहर आयेगी ही
प्रदेश की राजनीति की जितनी चिंता उनको है, उतनी ही चिंता हमको भी है
अब सिर्फ दो माह का समय बचा है, इसलिए भाजपा को जल्द ही बैठक बुलाना चाहिए.
गंभीर आरोप भी लगाये
भाजपा ने विधान परिषद चुनाव में हमारे प्रत्याशियों की ईमानदारी से नहीं की थी मदद. हाजीपुर में तो लोजपा उम्मीदवार का भाजपा नेताओं ने किया था विरोध. यदि भाजपा किसी को पार्टी में शामिल करती है, तो हम आपत्ति नहीं जताते, लेकिन जब हम किसी को अपने दल में शामिल करते हैं, तो वह विरोध करती है
बातचीत चल रही है, फैसला जल्द: भाजपा
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय ने कहा कि सीट बंटवारा एनडीए में कोई समस्या नहीं है. हमारे सभी सहयोगी जिम्मेवार और परिपक्व हैं. हम बिहार में परिवर्तन के जरिये विकास लायेंगे. हमारे नेता सीट शेयरिंग सहित अन्य मुदें पर सहयोगी दलों के साथ बातचीत कर रहे हैं. जल्द ही इस पर निर्णय हो जायेगा.
सीट बंटवारे में उपेंद्र कुशवाहा के फाॅर्मूले का समर्थन
सीट बंटवारे के लिए रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा के फाॅर्मूले का समर्थन करते हुए पारस ने कहा कि भाजपा 102 सीटों पर चुनाव लड़े. शेष सीटें सहयोगी दलों को मिले. इनमें रालोसपा को 64 और लोजपा को 75 सीटें मिले. उन्होंने कहा कि यदि अन्य दल एनडीए में शामिल होते हैं, तो हमलोगों की सीटों से एडजस्ट किया जायेगा. प्रेस कॉन्फ्रेंस में दलित सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद रामचंद्र पासवान, रालोसपा के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष ललन पासवान, लोजपा के प्रवक्ता ललन चंद्रवंशी मौजूद थे.
भाजपा जुटी क्राइसीस मैनेजमेंट में, भूपेंद्र चिराग से मिलने पहुंचे उनके घरसहयोगी दल लोजपा व रालोसपा द्वारा सीट शेयरिंग के मुद्दे पर भाजपा को अल्टीमेटम देने के बाद एनडीए में राजनीतिक पारा अचानक चढ़ गया. भाजपा इसको पाटने में जुट गयी. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने जहां कहा जल्द ही इस पर निर्णय हो जाएगा. वहीं बिहार भाजपा प्रभारी व राष्ट्रीय महामंत्री भूपेंद्र यादव लोजपा संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष चिराग पासवान से मिलने उनके घर पहुंचे. जहां दोनों नेताओं के बीच गुप्तगु हुई.
भाजपा महामंत्री यादव ने बताया कि यह सामान्य मुलाकात थी और सहयोगी दल के नेताओं के साथ इस तरह की मुलाकात होती रहती है. हमलोगों का अपने सहयोगियों के साथ पूरा भरोसा व विश्वास है. सीट को लेकर चर्चा हुई. जल्द ही इसका भी समाधान हो जाएगा. इधर इसके बाद श्री यादव की प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय, संगठन महामंत्री नागेंद्र जी व सौदान सिंह के साथ भी देर शाम एक होटल में चर्चा हुई. समझा जाता है कि इन नेताओं के बीच सीट शेयरिंग को लेकर रालोसपा व लोजपा के अल्टीमेटम को लेकर भी चर्चा हुई.