अपेंडिक्स को बताया गैस ऑपरेशन से पहले फटा

प्राइवेट अस्पताल में हुआ भरती, चल रहा इलाज आनंद तिवारी पटना : रेलवे के केंद्रीय सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल के डॉक्टरों की लापरवाही के चलते 23 साल का रोहन कुमार जिंदगी और मौत से जूझ रहा है. रोहन के पिता गुलाब चंद्र पासवान रेलवे के सिग्नल विभाग में कार्यरत है़ अपेंडिक्स की बीमारी से ग्रस्त रोहन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 25, 2015 6:45 AM
प्राइवेट अस्पताल में हुआ भरती, चल रहा इलाज
आनंद तिवारी
पटना : रेलवे के केंद्रीय सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल के डॉक्टरों की लापरवाही के चलते 23 साल का रोहन कुमार जिंदगी और मौत से जूझ रहा है. रोहन के पिता गुलाब चंद्र पासवान रेलवे के सिग्नल विभाग में कार्यरत है़ अपेंडिक्स की बीमारी से ग्रस्त रोहन के पिता ने आरोप लगाया है कि उनके बेटे का इलाज रेलवे अस्पताल में सही ढ़ंग से नहीं किया गया. नतीजन उसकी बीमारी अधिक बढ़ गयी और आनन-फानन में उसे राजेंद्र नगर स्थित राजेश्वर अस्पताल में भरती कराया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है़
कराह रहा था मरीज, देखने तक नहीं आते डॉक्टर : रोहन की परेशानी सिर्फ हॉस्पिटल की अनदेखी का दंश नहीं झेली, बल्कि वहां के कर्मचारियों की लापरवाही का खामियाजा भी भुगता. हॉस्पिटल के आइसीयू में जब वह भरती था, तो वहां के जिम्मेदार डॉक्टर देखने तक नहीं आये. जिस रात रोहन की तबियत बिगड़ी उसे देखने एक भी डॉक्टर नहीं आया.
रोज बढ़ा रहे थे ऑपरेशन की तारीख
परिजनों ने बताया कि रोहन को अचानक पेट में दर्द हुआ. उसे रेलवे अस्पताल में लाया गया़ जहां डॉक्टरों ने गैस की दवा दे कर घर भेज दिया़ लेकिन, दर्द कम नहीं हुआ. परिजन 18 अगस्त को फिर अस्पताल ले गये, जहां उसे अपेंडिक्स बता कर भरती कर लिया गया़ खास बात तो यह है कि डॉक्टर रोजाना ऑपरेशन की तारीख बढ़ा रहे थे और और अंत में फट गया. वहां के डॉक्टरों का कहना है कि अगर समय रहते मरीज को नहीं लाया जाता, तो वह मर जाता़

Next Article

Exit mobile version