आइआइटी के सामने प्रदर्शन
बिहटा : बिहटा मेगा औद्योगिक पार्क योजना के तहत अधिगृहीत की जमीन के लिए एक परियोजना एक रेट से मुआवजे की मांग को लेकर सत्याग्रह आंदोलन पर बैठे किसान शुक्रवार को आक्रोशित हो गये. सैकड़ों किसान सत्याग्रह स्थल से पैदल आक्रोश मार्च करते हुए आइआइटी संस्थान के मुख्य गेट को बंद कर जम कर सरकार […]
बिहटा : बिहटा मेगा औद्योगिक पार्क योजना के तहत अधिगृहीत की जमीन के लिए एक परियोजना एक रेट से मुआवजे की मांग को लेकर सत्याग्रह आंदोलन पर बैठे किसान शुक्रवार को आक्रोशित हो गये. सैकड़ों किसान सत्याग्रह स्थल से पैदल आक्रोश मार्च करते हुए आइआइटी संस्थान के मुख्य गेट को बंद कर जम कर सरकार के विरोध में नारेबाजी की. किसान नेता डॉ आनंद ने कहा कि सरकार हमारी जायज मांगों पर कोई वार्ता नहीं कर रही है .
सारे सरकारी संस्थानों को बंद कराने की चेतावनी: अगर सरकार का यही रवैया रहा , तो किसान बिहटा के सारी सरकारी संस्थानों को बंद करवा कर उसकी नींद हराम कर देगी. किसानों का नेतृत्व कर रहे भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य सह किसान नेता अजीत कुमार सिंह का कहना था कि विकास के नाम पर बिहटा के किसानों ने बिना सोचे -समझे सैकड़ों एकड़ जमीन सूबे की सरकार को दे दी, लेकिन संवेदनहीन सरकार किसानों के दर्द को मजाक बना उनकी मनोभावना से खिलवाड़ कर रही है, लेकिन जिसने विकास के लिए जमीन दी, वही किसान आज मुआवजे के लिए किसान दर-दर की ठोकर खा रहे हैं .
सरकार किसानों के साथ नाइंसाफी करती है , तो किसान भी उसको सजा जरूर देगी. किसानों का कहना था कि सरकार का तानाशाही रवैया किसान कभी बरदाश्त नहीं करेंगे. जान दे देंगे, लेकिन अपना हक लेकर रहेंगे . धरनास्थल पर सीओ रघुवीर प्रसाद व थानाप्रभारी मुकेश चंद्र कुंवर विधि- व्यवस्था को संभाले हुए थे. मौके पर डॉ आनंद कुमार ,अजीत सिंह ,सहदेव राय ,ओम प्रकाश सिंह ,अनिल कुमार , गुड्डू कुमार ,रवींद्र सिंह ,सुभाष चंद्र शर्मा , भीम कुमार , श्यामल कुमार, बंटी कुमार , पैक्स अध्यक्ष सुधीर कुमार, त्रयंबक राज, संजय कुमार , उमेश सिंह, सरोज सिंह ,शंभु नाथ शर्मा आदि मौजूद थे.