नीतीश ने रक्षाबंधन पर आंवला वृक्ष बांधा को रक्षा सूत्र
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को रक्षाबंधन के अवसर पर आंवला के पेड़ को रक्षा सूत्र बांधते हुए कहा कि भाई-बहन के रिश्ते के इस पवित्र त्योहार पर पर्यावरण की रक्षा के लिये सभी को पेड़ को राखी बांधनी चाहिये. रक्षाबंधन के पावन पर्व के अवसर पर पटना स्थित राजधानी वाटिका (ईको […]
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को रक्षाबंधन के अवसर पर आंवला के पेड़ को रक्षा सूत्र बांधते हुए कहा कि भाई-बहन के रिश्ते के इस पवित्र त्योहार पर पर्यावरण की रक्षा के लिये सभी को पेड़ को राखी बांधनी चाहिये. रक्षाबंधन के पावन पर्व के अवसर पर पटना स्थित राजधानी वाटिका (ईको पार्क) में आयोजित वृक्ष सुरक्षा दिवस के कार्यक्रम के दौरान नीतीश ने आंवला पेड़ को रक्षा सूत्र में बांधा तथा उक्त पार्क में वृक्षारोपण करने के साथ चिल्ड्रन पार्क का उद्घाटन किया. उन्होंने प्रदेशवासियों को श्रवणी पूर्णिमा तथा रक्षाबंधन के अवसर पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनायें दी. इस अवसर पर स्कूली छात्रओं ने मुख्यमंत्री के कलाई पर राखी बांधकर आशीर्वाद प्राप्त किया.
बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुये नीतीश ने कहा कि रक्षा बंधन भाई-बहन के रिश्ते का पवित्र त्योहार है. रक्षा बंधन के दिन बहनें भाई के कलाई पर राखी बांधती है. भाई बहन की रक्षा का वचन देता है. भाई का दायित्व है कि बहन की रक्षा करे और बहन भाई के उज्ज्वल, सुखमय एवं समृद्धमय भविष्य की कामना करती है. उन्होंने कहा कि इसी तरह से रक्षा बंधन के दिन पेड़ों को राखी बांधने के पीछे यही उद्देश्य है कि पेड़ों की रक्षा की जाये. पेड़ों को राखी बांधकर हम वचन देते हैं कि पेड़ों की रक्षा करेंगे. जब हम पेड़ों की रक्षा करते हैं तो पेड़ पौधे हमारे पर्यावरण को दुरुस्त रखते हैं.
इसके साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आज मौसम में काफी बदलाव आ गया है, दुनियाभर में ग्लोबल वार्मिग की चिंता है. वैसी परिस्थिति में पेड़ों का ज्यादा से ज्यादा होना पर्यावरण के लिये आवश्यक है. इसलिये हमलोगों ने हरियाली मिशन के माध्यम से वृक्ष आवरण को बढाने के लिये कार्यक्रम शुरु किया. उन्होंने कहा कि झारखंड से अलग होने के बाद पहले बिहार में कुल वृक्ष का आच्छादन 9 प्रतिशत था. हमलोगों ने निर्णय लिया कि 2017 तक हम वृक्ष के आच्छादन को 9 प्रतिशत से बढ़ाकर 15 प्रतिशत करेंगे. 15 प्रतिशत वृक्ष आच्छादन करने का लक्ष्य निर्धारित करने के बाद हरियाली मिशन कार्यक्रम को मिशन मोड में क्रियान्वित किया जायेगा. इसमें जितने भागीदार थे सबके लिये लक्ष्य निर्धारित किया तथा वृक्षारोपण से संबंधित सभी योजनाओं में समन्वय स्थापित किया गया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों ने तय किया कि 24 करोड वृक्ष लगाये जायेंगे ताकि बिहार में वृक्ष आच्छादन 15 प्रतिशत तक पहुंच जाये. 20 करोड़ वृक्ष लगाये जा चुके हैं. केंद्र सरकार द्वारा 2014 में जो आंकड़े जारी किये गये उसके अनुसार बिहार में वृक्ष आच्छादन 12.86 प्रतिशत हो चुका है. हम लोगों का प्रयास रंग ला रहा है. हरियाली मिशन कार्यक्रम सफल कार्यक्रम के रुप में प्रस्तुत हुआ है. उन्होंने कहा कि इसके अलावा भी लोगों को अपने घर के बाहर ्र जहां कहीं भी जगह मिले वृक्ष लगायें और उसकी रक्षा करें. इससे पर्यावरण का संतुलन बना रहेगा.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार के चार जिलों को छोड़कर बाकी सभी जिलों में वर्षा 35 प्रतिशत से कम हुई है. हमारे लगभग 20 जिले ऐसे हैं जहां वर्षा 50 प्रतिशत से कम हुई है. उन्होंने कहा कि सूखे की स्थिति उत्पन्न हो रही है. हमलोग स्थिति पर नजर बनाये हुए हैं. अगर यही स्थिति एक सप्ताह तक जारी रहेगी तो हमलोग बिहार को सूखाग्रस्त घोषित करेंगे. नीतीश ने कहा कि बिहार को हरा भरा बनाने के लिए हरियाली मिशन के माध्यम से वृक्षादन का जो प्रयास किया जा रहा, उसमें सफलता मिल रही है.
उन्होंने सब लोग से अपील की कि वे आज के दिन पेड़ को राखी बांधे. अधिक से अधिक पेड़ लगायें और इसकी रक्षा करें. इससे हमारा जीवन बेहतर होगा. पर्यावरण संतुलित होगा तो अनाज का उत्पादन होगा. हम सभी लोगों ने कई वर्षो से इस परंपरा की शुरुआत की है. आज के दिन बहने सिर्फ राखी ही नहीं बांधती है बल्कि हमलोग पेड़ को भी राखी बांधते हैं. नीतीश ने कहा कि बिहार देश का पहला राज्य जहां पर रक्षाबंधन को वृक्ष सुरक्षा दिवस के रुप में मनाया जा रहा है.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावा वन एवं पर्यावरण मंत्री पीके शाही, खाद्य एवं उपभोक्ता मंत्री श्याम रजक, बिहार राज्य आपदा प्रबंधन के सदस्य उदयकांत मिश्र, प्रदेश के मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, वन एवं पर्यावरण विभाग के प्रधान सचिव विवेक कुमार सिंह, मुख्य वन संरक्षक बशीर अहमद खान, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति, छात्र -छात्रयें एवं प्रबुद्ध नागरिकगण उपस्थित थे.