पटना : स्वाभिमान रैली के आयोजन को लेकर भाजपा ने शनिवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जमकर हमला बोला है. भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं सूबे के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार के मान-सम्मान और स्वाभिमान को मिट्टी में मिलाने वालों से हाथ मिलाकर नीतीश कुमार स्वाभिमान रैली कर रहे हैं.
सुशील कुमार मोदी ने आज यहां एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर आरोप लगाया कि सत्ता बचाने के लिए नीतीश कुमार उस लालू प्रसाद के पैर पर गिर पड़े जिनके 15 साल के राज में लाखों बिहारियों को स्वाभिमान गंवाकर मजबूरी में दूसरे राज्यों में जाकर मेहनत-मजदूरी करनी पड़ी. सुशील ने आगे कहा कि नीतीश कुमार ने उस कांग्रेस से मिलकर भी बिहार को अपमानित किया, जिसके राज में 1000 लोगों की जान लेने वाला भागलपुर दंगा हुआ था.
राजग शासन काल में नीतीश के मंत्रिमंडल में उपमुख्यमंत्री रहे सुशील ने आरोप लगाया कि बिहार को नरसंहारों, दंगों और गरीबों के महापलायन से अपमानित करने वालों का समर्थन लेकर नीतीश कुमार ने अवसरवादिता की पराकाष्ठा कर दी है. वे बताएं कि जिनके चलते बिहारी कहलाना शर्म की बात हो गयी थी, उन्ही लोगों से मिलकर प्रदेश के स्वाभिमान की रक्षा कैसे हो सकती है.
उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद के समर्थन से सरकार तो बचायी जा सकती है लेकिन बिहार का स्वाभिमान नहीं बचाया जा सकता. सुशील ने कहा कि मुख्यमंत्री बतायें कि ईमानदार अफसरों को कानून का राज कायम करने की कीमत क्यों चुकानी पड़ रही है. लालू प्रसाद और कांग्रेस दबाव में पटना के वरीय पुलिस अधीक्षक विकास वैभव को अपमानित कर देर रात उनका तबादला किया गया.
सुशील मोदी ने आरोप लगाया कि विकास वैभव को राजद के बिहार बंद के दौरान लालू प्रसाद सहित 22 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज कराने, सत्तारुढ़ दल की अवैध होर्डिग हटवाने और पुलिस के काम में हस्तक्षेप करने वाले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चौधरी के खिलाफ स्टेशन डायरी दर्ज कराने की सजा दी गयी. नीतीश कुमार बतायें कि प्रशासन का मनोबल गिरा कर वे बिहार का स्वाभिमान कैसे बचायेंगे.