बिहार विस चुनाव : NDA में एक हफ्ते के अंदर हो जायेगा सीटों का बंटवारा
अंजनी कुमार सिंह नयी दिल्ली : बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा नजदीक होने के साथ ही भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने एनडीए के घटक दलों के साथ सोमवार को अपने आवाास पर बैठक की. इसमें घटक दलों के बीच एकजुटता व संगठित रूप से साझा प्रचार करने पर जोर दिया गया. बैठक के बाद लोजपा […]
अंजनी कुमार सिंह
नयी दिल्ली : बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा नजदीक होने के साथ ही भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने एनडीए के घटक दलों के साथ सोमवार को अपने आवाास पर बैठक की. इसमें घटक दलों के बीच एकजुटता व संगठित रूप से साझा प्रचार करने पर जोर दिया गया. बैठक के बाद लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान ने कहा कि सीट बंटवारे पर अनौपचारिक बातचीत हुई है.
एक हफ्ते के अंदर सीटों का बंटवारा हो जायेगा
सूत्रों का कहना है कि बैठक में भले ही सीटों पर विस्तार से किसी तरह की बात नहीं हुई है, लेकिन सहयोगी दलों को यह बता दिया गया है कि इस विषय में किसी भी तरह के अनर्गल या बेतुके बयानबाजी न करें. वैसे भाजपा अध्यक्ष की ओर से यह आश्वस्त किया गया है कि वह अपने सहयोगियों का ध्यान रखेंगे और किसी को किसी प्रकार की चिंता करने की जरूरत नहीं है. साथ ही यह भी तय किया गया कि मीडिया में इस मामले पर वही लोग बात करेंगे, जो इसके लिए अधिकृत किये गये हैं.
जानकारों का कहना है कि घटक दलों की ओर से भाजपा पर जितना भी दबाव बनाया जाये, लेकिन चुनाव की घोषणा के बाद ही एनडीए के बीच सीटों के बंटवारे का औपचारिक एलान किया जायेगा.
सीटों के बंटवारे के बाद भी एक-एक सीटों की घोषणा महागंठबंधन के उम्मीदवार की घोषणा की संभावना टटोलने के बाद ही की जायेगी, जिससे महागंठबंधन के उम्मीदवार को एनडीए के उम्मीदवार टक्कर दे सके.
160-170 सीटों पर लड़ेगी भाजपा
सूत्रों का कहना है कि सहयोगी दल जहां ज्यादा-से-ज्यादा सीटें देने का दबाव बना रहे हैं, वहीं भाजपा उन्हीं सीटों को देने के पक्ष में हैं, जिस पर उम्मीदवार आसानी से जीत हासिल कर सके. भाजपा की यह कोशिश है कि वह अपने बूते बहुमत का आंकड़ा पार कर सके या बहुमत के करीब आ सके.
इस लिहाज से भाजपा 160 से 170 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है. 40 से 45 सीटें लोजपा और 20 से 25 सीटें रालोसपा और 10 से 15 सीटें ‘हम’ को देने की संभावना जतायी जा रही है. हालांकि, मांझी की ओर से ज्यादा सीटें देने का दबाव बनाया जा रहा है. लेकिन, उन्हें साफ तौर पर यह भी बताया गया है कि यदि जिताऊ उम्मीदवार उनके पास होंगे, तभी ज्यादा सीटें दी जा सकती हैं.
अधिकृत नेता ही सीट बंटवारे पर देंगे बयान
बैठक में घटक दलों के कुछ नेताओं को अधिकृत किया गया, जो गंठबंधन या सीट बंटवारे पर मीडिया से बातचीत करेंगे या किसी तरह का बयान देंगे. इनमें लोजपा की ओर से पार्टी अध्यक्ष रामलिवास पासवान, संसदीय बोर्ड के चेयरमैन चिराग पासवान व प्रदेश अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस, हम (सेक्यूलर) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी, प्रदेश अध्यक्ष शकुनी चौधरी और रालोसपा की ओर से पार्टी अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा व प्रदेश अध्यक्ष अरुण कुमार शामिल हैं.
रामविलास पासवान, लोजपा अध्यक्ष
सहयोगी दलों के साझा कैंपेन के बारे में विस्तार से चर्चा की गयी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली को सफल बनाने पर भी चर्चा हुई. एक हफ्ते के अंदर सीट का बंटवारा हो जायेगा.
जीतन राम मांझी, हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष
सीट शेयरिंग पर औपचारिक बातचीत नहीं हुई है. मंगलवार को प्रधानमंत्री की रैली है. उसके बाद इस पर बातचीत की जायेगी.
उपेंद्र कुशवाहा, रालोसपा के अध्यक्ष
एनडीए 243 सीटें जीतें, सभी का पहला मकसद यही है. समय आने पर सीट बंटवारे का औपचारिक एलान भी हो जायेगा. समय कम है, इसकी जानकारी सभी दलों के नेताओं को है.
सुशील मोदी, पूर्व उपमुख्यमंत्री
हमारे पास सीएम पद के दर्जनों से ज्यादा दमदार और सक्षम उम्मीदवार है. इसलिए समय आने पर इसकी घोषणा कर दी जायेगी.